संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी के एयरपोर्ट पर 4 दिन पहले ड्रोन हमले में मारे गए दो भारतीयों के शव शुक्रवार सुबह अमृतसर पहुंचे। यहां दोनों के शवों को सम्मान के साथ परिवारों को सुपुर्द कर दिया गया।
अमृतसर। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी के एयरपोर्ट पर 4 दिन पहले ड्रोन हमले में मारे गए दो भारतीयों के शव शुक्रवार सुबह अमृतसर पहुंचे। यहां दोनों के शवों को सम्मान के साथ परिवारों को सुपुर्द कर दिया गया। एयरपोर्ट पर दोनों शवों को श्रद्धांजलि भी दी गई। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए लेकर निकले। मारे गए दोनों युवक अबू धाबी में टैंकर चलाकर रोजी-रोटी कमाते थे।
बता दें कि 17 जनवरी को अबू धाबी के एयरपोर्ट पर ड्रोन से हमला हुआ था, जिसमें एक पाकिस्तानी और दो भारतीयों की मौत हो गई थी। ये विस्फोट पेट्रोल टैंकरों पर किया गया था, जिसे मरने वाले तीनों युवक चला रहे थे। मरने वालों की पहचान हरदीप सिंह और हरदेव सिंह के रूप में की गई थी।
पैसे कमाने दुबई गया था हरदेव सिंह
हरदेव सिंह 18 साल का था और नाथोके गांव में परिवार रहता है। भाई सुखदेव सिंह ने बताया कि उनका भाई दुबई पैसे कमाने के लिए गया था और आराम से काम कर रहा था। अचानक सोमवार को ये घटना हो गई और भाई की जान चली गई। वो शादीशुदा था और उसका एक 4 साल का बच्चा भी है। सुखदेव खुद भाई का शव लेकर अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचे थे।
हरदीप की पत्नी कनाडा में रहतीं
वहीं, हरदीप सिंह 26 साल का था और उसकी 8 महीने पहले ही शादी हुई थी। भाई राजबीर ने बताया कि हरदीप यूएई में ऑयल टैंकर चलाता था। हरदीप की पत्नी शादी के बाद कनाडा चली गई और वह खुद यूएई चला गया था। घर में अब पिता बलविंदर और माता चरणजीत कौर अकेले रह गए हैं।
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