पंजाब (Punjab) में कांग्रेस (Congress) की चरणजीत सरकार (Channi Government) ने पेट्रोल 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 5 रुपए सस्ता कर दिया है। नई दरें आज रात से लागू कर दी गई हैं। पंजाब सरकार के इस कदम को आगामी विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार (Modi Government) की ओर से एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) घटाए जाने के बाद जहां बीजेपी सरकारों (BJP Government) ने वैट घटा दिया था तो कांग्रेस शासित राज्यों (Congress Government) ने इससे इनकार कर दिया है। इस बीच, चन्नी सरकार का एक विज्ञापन अपने ही कांग्रेस शासित राज्य पर सवाल खड़े कर रहा है।
चंडीगढ़। चन्नी सरकार (Channi Government) ने पंजाब (Punjab) को पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Rate) पर वैट (VAT) में कटौती करने वाला पहला कांग्रेस शासित राज्य बना दिया है। रविवार को राज्य में पेट्रोल पर 10 रुपए और डीजल पर 5 रुपए प्रति लीटर टैक्स कम कर दिया है। रेट घटाने के ऐलान के साथ सरकार ने प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया है। सोमवार को पंजाब के कई स्थानीय अखबारों में एक विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। इसमें बताया गया कि अब पंजाब में पेट्रोल-डीजल कई राज्यों से सस्ता हो गया है, लेकिन इस विज्ञापन ने कांग्रेस शासित और पड़ोसी राज्य राजस्थान (Ashok Gehlot Government) को ही सवालों में खड़ा कर दिया है।
सरकार के इस विज्ञापन में पंजाब, दिल्ली (Delhi), हरियाणा (Haryana) और राजस्थान (Rajasthan) में पेट्रोल और डीजल के दामों के बारे में बताया गया है। चूंकि, ये चारों राज्य पंजाब की सीमा से सटे हुए हैं। ऐसे में पंजाब सरकार विज्ञापन के जरिए यह बताने के प्रयास में है कि हमारे यहां अन्य राज्यों की तुलना सबसे कम दामों में फ्यूल बेचा जा रहा है। बता दें कि अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) होने वाले हैं और हाल ही में सत्ता का हस्तांतरण भी किया गया है। विपरीत हालात में राज्य की बागडोर संभालने वाले चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjeet singh channi) लगातार कई बड़े फैसले लेकर चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने में लगे हैं।
पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल के रेट को लेकर तुलना की
इन चार राज्यों में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार, हरियाणा में भाजपा-जजपा सरकार और राजस्थान-पंजाब में कांग्रेस सरकार है। पंजाब की चन्नी सरकार के इस विज्ञापन में सबसे ज्यादा रेट राजस्थान के बताए गए हैं। उसके बाद हरियाणा, दिल्ली और सबसे कम पंजाब के रेट बताए हैं। ऐसे में लोग सवाल उठा रहे हैं कि राजस्थान में भी 2023 में चुनाव हैं और चन्नी सरकार का अपने ही कांग्रेस शासित राज्य से पंजाब की तुलना करके एक तरह पड़ोसी राज्यों की घेरीबंदी की जा रही है? भले, पंजाब सरकार ये बताना चाह रही है कि वह सबसे सस्ता फ्यूल बेच रहा है, लेकिन इसमें राजस्थान की गहलोत सरकार को भी महंगा तेल बेचने वाले राज्यों में शामिल करके विपक्ष को सवाल खड़े करना का मौका दे रही है। विज्ञापन में CM चरणजीत चन्नी की फोटो लगी है।
राजस्थान में देशभर से महंगा पेट्रोल-डीजल
बता दें कि राजस्थान में पेट्रोल और डीजल के दाम सबसे ज्यादा हैं। वहां पेट्रोल 116.27 रु. प्रतिलीटर और डीजल 100.46 रु. प्रति लीटर है। अगर देश में सबसे महंगे पेट्रोल-डीजल वाले राज्य को देखें तो राजस्थान सबसे ऊपर है। यहां पूरे भारत में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेचा जाता है। राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक लीटर पेट्रोल 116.00 रुपए में मिल रहा है और डीजल 100.21 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। इसके बाद इसी राज्य के दूसरे शहर हनुमानगढ़ में पेट्रोल 115.21 प्रति लीटर और डीजल 99.49 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
ये बताए गए दाम
विज्ञापन में बताया गया है कि पंजाब में अब पेट्रोल के रेट 95 रु. प्रति लीटर और डीजल के 83.75 रु. हो गया है। हरियाणा में पेट्रोल 95.29 पैसे, डीजल 56.53 पैसे है। जबकि दिल्ली में पेट्रोल 104.01 पैसे, डीजल 86.71 पैसे है। इसके बाद सबसे ज्यादा राजस्थान में फ्यूल के दाम बताए हैं।
हिमाचल और चंडीगढ़ में रेट सस्ता, विपक्ष हमलावर
पंजाब सरकार के विज्ञापन के बाद विपक्ष ने भी सवाल खड़े किए। अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि पंजाब के मुकाबले चंडीगढ़ (Chandigarh) और हिमाचल (Himachal Pradesh) में पेट्रोल-डीजल सस्ता है। चंडीगढ़ में पेट्रोल 94.23 रुपए और डीजल 80.90 रुपए प्रति लीटर है। जबकि हिमाचल के नालागढ़ में पेट्रोल 93.67 रुपए और डीजल 78.94 रुपए प्रति लीटर है। उन्होंने सीएम चरणजीत चन्नी के लिए कहा कि इसकी तुलना भी उन्हें अपने विज्ञापन में करनी चाहिए।
राजस्थान में कांग्रेस सरकार कर चुकी इनकार
राजस्थान में कांग्रेस सरकार वैट घटाने से साफ तौर पर इनकार कर चुकी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कहा है कि राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों पर वैट कम नहीं करेगी। उन्होंने केंद्र सरकार को ही और ज्यादा टैक्स कटौती की नसीहत दी थी। गहलोत का कहना था कि मेरा सुझाव है कि पेट्रोल, डीजल और गैस से एडिशनल एक्साइज ड्यूटी, स्पेशल एक्साइज ड्यूटी और सेस के रूप में जो राजस्व केंद्र सरकार इकट्ठा कर रही है, उस पर राज्य सरकारें वैट लगाती हैं। महंगाई को देखते हुए केंद्र सरकार को इसमें और ज्यादा कमी करनी चाहिए। इससे राज्यों का वैट अपने आप ही कम हो जाएगा।
कांग्रेस शासित राज्यों में फ्यूल कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर
पिछले दिनों केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपए प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी कटौती की थी। मोदी सरकार के कदम के ठीक बाद बीजेपी शासित राज्यों ने भी वैट घटाकर ग्राहकों को राहत दी थी, लेकिन अधिकतर गैर-एनडीए शासित राज्यों ने केंद्र सरकार से और अधिक एक्साइज ड्यूटी घटाने की मांग करते हुए वैट घटाने से इनकार कर दिया था। राजस्थान जैसे कांग्रेस शासित राज्य टैक्स कटौती से इनकार कर चुके हैं, जहां पेट्रोल-डीजल की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर है।
चुनाव की वजह से मजबूर हुई चन्नी सरकार?
इधर, वैट घटाने से कांग्रेस शासित राज्यों के इनकार के बीच पंजाब में वैट कटौती के फैसले को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। पंजाब में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चरणजीत सरकार को डर था कि पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कटौती नहीं की गई तो जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सरकार ने मिडिल क्लास को खुश करने के लिए पेट्रोल पर ज्यादा टैक्स कटौती की है। जबकि डीजल पर पहले ही केंद्र सरकार 10 रुपए घटा चुका है। अब राज्य सरकार की ओर से 5 रुपए की कटौती की गई है। केंद्र और राज्य सरकार की कटौती को मिला दें तो अब तक पेट्रोल 15 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो गया है और डीजल पर भी 15 रुपए की कटौती हो गई है।
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