बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि सुखपाल खैरा को कांग्रेस ने टिकट दिया। इसी तरह गायक सिद्धू सिंह मुसेवाला पर आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है। आज तक कार्रवाई नहीं हुई। उसे कांग्रेस ने टिकट दिया है।
चंडीगढ़। ड्रग्स केस में फंसे अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) की गिरफ्तारी पर तीन दिन के लिए हाईकोर्ट से रोक लगा दी है। जिसके बाद मजीठिया एक बार फिर मीडिया के सामने आए और पंजाब की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। मजीठिया ने यहां पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया और कहा कि मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस की करनी और कथनी में अंतर है। कांग्रेस ने पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) को उम्मीदवार बनाया है, उन पर भी ड्रग्स का केस दर्ज है और वह हिरासत में हैं। खैरा के मामले में कांग्रेस ने नरमी दिखाई। उन पर रेड नहीं की। मजीठिया पर रेड होती है। क्या कानून अलग-अलग हैं?
मजीठिया ने कहा कि खैरा को कांग्रेस ने टिकट दिया। इसी तरह गायक सिद्धू सिंह मुसेवाला (Sidhu Singh Musewala) पर आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है। आज तक कार्रवाई नहीं हुई। उसे कांग्रेस ने टिकट दिया है। कांग्रेस मेरे केस का राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है। मजीठिया पर दबाव बनाकर कांग्रेस ज्यादती कर रही है। मुझे फंसाने की कोशिश हो रही है। बिक्रम सिंह मजीठिया सीएम चन्नी (CM Channi) पर भी हमलावर रहे। उन्होंने कहा कि चन्नी का रिश्तेदार ईडी की रेड में पकड़ा गया। दस करोड़ रुपए बरामद हुए। लेकिन कांग्रेस दोहरा रवैया अपना रही है।
गृह मंत्री और डीजीपी के फोन कॉल की जांच हो
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार संविधान की भावना के विपरीत काम कर रही है। गृह मंत्री रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) और डीजीपी चट्टोपाध्य (Siddharth Chattopadhyay) के फोन कॉल की जांच होनी चाहिए। डीजीपी चट्टोपाध्य ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है। एनआईए से उसकी भूमिका की जांच होनी चाहिए। मजीठिया ने चट्टोपाध्य को 18 दिन का डीजीपी बताया। कहा- वह डीजीपी के पद के लिए क्वालिफाइड नहीं था। जो डीजीपी प्रधनमंत्री की सुरक्षा से समझौता कर सकता है, उसकी कार्यप्रणाली समझी जा सकती है। मैंने बार-बार मांग की कि पीएम की सुरक्षा चूक की जांच होनी चाहिए।
मैं तो सरेंडर करने वाला था
मजीठिया ने कहा कि जब मेरी बेल पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने खारिज की तो वह सरेंडर करना चाह रहे थे। वह कानून का पालन करने वाले हैं। जब 4 बजे ऑर्डर आया तो मेरी बेल खारिज कर दी गई। मेरे वकील ने तब कोर्ट को बताया कि मुझे नामांकन के लिए वक्त दिया जाए, इसके साथ मुझे सुप्रीम कोर्ट जाना था। इस अपील पर कोर्ट ने कहा कि वह संज्ञान लेंगे। इसलिए उनके वकीलों ने सलाह दी कि अब सरेंडर करने की जरूरत नहीं है। ऑर्डर का इंतजार करना चाहिए।
मेरे घरवालों को परेशान कर रही पुलिस
मजीठिया ने कहा कि सुखपाल खैरा, चन्नी, हनी और मनी के लिए कानून अलग है। मेरे घर पर रेड की गई। कोर्ट ने जब बोल दिया कि वह मेरी अर्जी पर विचार करेंगे तो फिर रेड क्यों? उन्होंने कहा कि मेरे मामले में पुलिस इतनी जल्दबाजी में क्यों है? मेरी पत्नी कोविड पॉजिटिव हैं। मेरे घर में पुलिस जाकर उन्हें परेशान कर रही है। मेरा 10 साल का बेटा है। मेरी माताजी 80 साल की हैं। वह व्हीलचेयर पर हैं। उन्हें तंग किया जा रहा है।
मुझे चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है
उन्होंने कहा कि राजनीति अलग है। लेकिन, परिवार को तंग करना सही नहीं है। मुझे चुनाव लड़ने से रोकने की साजिश हो रही है। मुझे जेल में डालने की कोशिश है। मुझे प्रचार करने से रोका जा रहा है। मजीठिया ने चुनाव आयोग से अपील की कि जब हाइकोर्ट ने मेरी दूसरी अर्जी पर विचार करने का आश्वासन दिया कि वह मेरी याचिका पर विचार करेगी तो फिर मेरे घर पर छापा क्यों मारा, इस पर ध्यान दिया जाए।
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