सार
सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मजीठिया की जमानत रद्द करने के हाईकोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं। मजीठिया के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जानी चाहिए।
चंडीगढ़। विवादों में घिरी कांग्रेस को पंजाब में सोमवार को उस वक्त थोड़ा बोलने का मौका मिला जब पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय (Punjab and Haryana High Court) ने विक्रम मजीठिया (Vikram Majithia) की जमानत याचिका खारिज कर दी। इसके तुरंत बाद सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने मजीठिया पर बड़ा हमला बोल दिया।
सीएम चन्नी ने कहा कि नशे ने पंजाब को बर्बाद कर दिया है। युवा बर्बाद हो गए हैं। पंजाब की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। मजीठिया की जमानत रद्द करने के हाईकोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं। मजीठिया के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने जो भी किया, इसकी सजा तो उन्हें भुगतनी ही होगी।
वहीं, कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि सीएम चन्नी ने हिम्मत दिखाते हुए मजीठिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। हालांकि चुनाव नजदीक आते ही उन्हें भाजपा की मदद से जमानत दे दी गई, लेकिन उच्च न्यायालय ने आज फिर से जमानत रद्द कर दी। हमने कहा था कि जमानत होगी तो जेल होगी और कांग्रेस इसे सुनिश्चित करेगी। हमारे एडवोकेट ने मजीठिया की जमानत याचिका खारिज करने के लिए कोर्ट में सरकार का जोरदार पक्ष रखा है। इस वजह से सरकार कोर्ट में नशे के खिलाफ यह लड़ाई जीतने में सक्षम हो सकी है।
दोषी के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई
कैबिनेट मंत्री राज कुमार वेरका ने भी मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कानून हमेशा अपना काम करता है। देर हो सकती है, अंधेर नहीं। भगवान की छड़ी चुप है। सुखबीर बादल ने फर्जी एफआईआर के खिलाफ मोर्चा खोलने की बात कही थी, लेकिन अब हाईकोर्ट ने जमानत रद्द कर दी है। क्या अब आप हाईकोर्ट के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे? हमने बदला लेने के लिए कभी शिकायत दर्ज नहीं की। यह मामला उस समय का है जब सुखबीर बादल गृह मंत्री थे और प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री थे। हम अदालत को धन्यवाद देते हैं और चाहते हैं कि जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
अकाली दल बादल की ओर से प्रतिक्रिया दी गई कि कोर्ट के निर्णय का हम स्वागत करते हैं। हम अपने एडवोकेट से सलाह कर रहे हैं। कानून के मुताबिक आगे की कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। बता दें कि सीएम चन्नी के रिश्तेदारों पर ईडी की रेड और पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के विवादित वीडियो के बाद कांग्रेस चुनाव प्रचार में बैकफुट पर थी। अकाली दल की ओर से बिक्रमजीत सिंह ने रविवार को कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला था। इसकी काट कांग्रेस के पास नहीं थी, लेकिन अब मजीठिया की जमानत याचिका रद्द होने के बाद कांग्रेस को भी बदला लेने का मौका मिल गया है।
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