लाली ने पनग्रेन चेयरमैन पद से इस्तीफा देते वक्त कहा कि वे स्वास्थ्य कारणों की वजह से जिम्मेदारी छोड़ रहे हैं। सुखविंदर राज सिंह लाली हलका मजीठा से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हैं और यहां तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी नेताओं के छोड़ने का सिलसिला जारी है।
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में घमासान नहीं थम रहा है। यहां सुखविंदर राज सिंह लाली (Sukhvinder Raj Singh Lali) ने पंजाब स्टेट ग्रेन्स प्रोक्योरमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (PUNGRAIN) के अध्यक्ष और निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अभी लाली ने पार्टी नहीं छोड़ी है। लाली ने इस्तीफे के पीछे चाहे अपने निजी कारण बताए हैं, लेकिन उनके नजदीकियों की मानें तो वे लगातार 5 साल से उपेक्षित रखे जाने से नाराज चल रहे थे।
लाली ने पनग्रेन चेयरमैन पद से इस्तीफा देते वक्त कहा कि वे स्वास्थ्य कारणों की वजह से जिम्मेदारी छोड़ रहे हैं। सुखविंदर राज सिंह लाली हलका मजीठा से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हैं और यहां तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी नेताओं के छोड़ने का सिलसिला जारी है। एक हफ्ते में तीन कांग्रेस विधायकों ने भी कांग्रेस छोड़ी और बीजेपी में शामिल हो गए। ये तीनों विधायक कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद काफी करीबी भी थे।
लाली का हलका मजीठा इलाके में खासा वर्चस्व
लाली ने विधानसभा हलका मजीठा से साल 2007 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। बाद में 2012 में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया। इसके बाद वे निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और कांग्रेस प्रत्याशी से ज्यादा वोट हासिल किए थे। 2017 में उन्होंने फिर कांग्रेस के टिकट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ चुनाव लड़ा। लाली कैप्टन सरकार में साढे़ चार साल तक उपेक्षित रहे और अंतिम समय में पनग्रेन की चेयरमैनशिप दी गई। फिलहाल, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि वह किसी दूसरे दल का दामन थाम सकते हैं।
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