मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मेसूवाला की हत्या के बाद पंजाब में हड़कंप मचा हुआ है। सुरक्षा को आम आदमी पार्टी भगवंत मान सरकार से लेकर पंजाब पुलिस पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं। वहीं विपक्षी दलों ने मेसूवाला की सुरक्षा हटाने को बड़ा मुद्दा बना लिया है।
चंडीगढ़. मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मेसूवाला की हत्या के बाद पंजाब में हड़कंप मचा हुआ है। सुरक्षा को आम आदमी पार्टी भगवंत मान सरकार से लेकर पंजाब पुलिस पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं। वहीं विपक्षी दलों ने मेसूवाला की सुरक्षा हटाने को बड़ा मुद्दा बना लिया है। अब इसको लेकर आज गुरुवार को पंजाब हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। साथ ही 424 लोगों की सुरक्षा को फिर से बहाल करने का फैसला लिया है।
कोर्ट ने लगाई आप सरकार को फटकार
दरअसल, पंजाब की भगवंत मान सरकार ने शनिवार को प्रदेश के 424 VVIPs की सिक्योरिटी में कौटती कर दी थी। जिसो लेकर कई दलों ने आप सरकार का विरोध भी किया था। लेकिन मान सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला। वहीं इसके अगले दिन पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला पर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद मान सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई थी। अब इस मामले में
कोर्ट ने पंजाब सरकार को फटकार लगाई है।
पंजाब सरकार का जवाब इसलिए की गई थी सुरक्षा में कटौती
बता दें कि आज गुरुवार को पंजाब हाईकोट पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री ओपी सोनी की एक याचिका पर वीवीआईपी सुरक्षा की कटौती पर सुनवाई कर रहा था। जहां कोर्ट ने पंजाब सरकार के वकील से पूछा कि जिन लोगों के सुरक्षा कवच दिया गया है, उसमें कटौती क्यों की गई थी? पंजाब सरकार के वकील ने सफाई देते हुए कहा कि 6 जून को ऑपरेशन ब्लूस्टार की वर्षगांठ के लिए सुरक्षा कर्मियों की आवश्यकता थी । क्योंकि जून 1984 में स्वर्ण मंदिर में आतंकवादियों को खत्म करने के लिए सैन्य कार्रवाई की गई थी। आतंकी उसका बदला ले सकते थे। वहीं सरकार ने कहा कि 420 से अधिक वीवीआईपी के लिए 7 जून से सुरक्षा कवर बहाल कर दिया जाएगा।
किसको कितनी सुरक्षा यह भी कोर्ट ने किया सवाल
वहीं कोर्ट ने पंजाब सरकार के वकील से यह भी सवाल किया कि क्या सभी को एक-एक गनमैन दे दिया है। सरकार के वकील ने कहा कि सभी की वापस ली गई सुरक्षा 7 जून को वापस कर रहे हैं, यह सिर्फ घल्लूघारा दिवस के कारण घटाई गई। जिसके बाद जज ने कहा जिन लोगों की आपने सुरक्षा वापस ली है उनको फिर से सुरक्ष दी जाए। उन्हें एक की जगह दो-दो सुरक्षा गार्ड दिए जाएं। इसके बाद भी कोई ज्यादा गार्ड रखता है तो वह उनका खर्च खुद वहन कर सकता है।