Sidhu Moosewala murder सिंगर व कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई को मानसा जिले में कर दी गई थी। एक दिन पहले ही पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनकी सुरक्षा वापस ली थी।
Sidhu Moosewala murder case पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में आधा दर्जन शार्प शूटर्स हायर किए गए थे। इन शूटर्स ने अत्याधुनिक हथियारों का प्रयोग मूसेवाला की हत्या में किया। हथियारों से चूकने पर प्लान बी के लिए ग्रेनेड हमले की भी तैयारी थी। दिल्ली पुलिस ने दो शार्प शूटर्स प्रियवर्त फौजी और कशिश को अरेस्ट किया है। दोनों अपने एक तीसरे साथी केशव के साथ गुजरात के मुद्रा पोर्ट के पास एक मकान में छिपे हुए थे। इन लोगों ने हत्या को अंजाम देने के बाद गोल्डी बराड़ को फोन कर बताया था कि काम हो गया।
सोनीपत का रहने वाला है हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर्स का लीडर
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में छह शार्प शूटर्स की टीम को प्रियवर्त फौजी लीड कर रहा था। शार्प शूटर्स को लीड करने वाला फौजी हरियाणा के सोनीपत जिले के गढ़ी सिसाना का रहने वाला है। फौजी पर दो हत्या समेत 11 गंभीर केस दर्ज हैं। हरियाणा पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। जबकि केशव उर्फ कुलदीप हरियाणा के झज्जर जिले के गांव बेरी का रहने वाला है। उसके खिलाफ झज्जर में 2021 में मर्डर केस दर्ज है। वहीं, कशिश बठिंडा का रहने वाला है।
दो टीमों के बंटकर पहुंचे थे छह हत्यारे
दिल्ली पुलिस के स्पेशल पुलिस कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने बताया कि मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने के लिए 2 मॉड्यूल एक्टिव थे। दोनों टीम कनाडा से ऑपरेट कर रहे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के टच में थे। एक टीम बोलेरो से निकली थी तो दूसरी कोरोला गाड़ी से गई। बोलेरो को कशिश चला रहा था और टीम लीडर प्रियवर्त फौजी के साथ अंकित सेरसा व दीपक मुंडी नामक शार्प शूटर बैठे थे। जबकि कोरोला में गैंगेस्टर जगरूप रूपा के साथ मनप्रीत मन्नू हथियारों के साथ थे।
सबसे पहले मन्नू ने AK47 से बर्स्ट फायरिंग की
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला अपनी थार गाड़ी से निकले थे। कोरोला गाड़ी में बैठे मनप्रीत मन्नू ने सबसे पहले AK47 से फायरिंग शुरू कर दी। जगरूप भी उतरकर फायरिंग करने लगा। इसके बाद बोलेरो से भी चारों निकले और फॉयरिंग करने लगे। जब सबको इत्मीनान हो गया कि मूसेवाला मर चुका है तब जाकर वहां से सब भाग निकले।
29 मई को हुई थी मूसेवाला की हत्या
सिंगर व कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई को मानसा जिले में कर दी गई थी। एक दिन पहले ही पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनकी सुरक्षा वापस ली थी। मूसेवाला बिना सुरक्षा के घर से निकले थे। बिना बुलेटप्रूफ गाड़ी से निकले मूसेवाला पर शाम पांच बजे अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी गई। उन पर 40 राउंड से अधिक फायरिंग की गई थी। मूसेवाला के शरीर पर 19 जख्म मिले। 7 बुलेट तो सीधे उनके शरीर में लगी थी। हमला के दौरान उनके साथ कोई गनमैन नहीं था।
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