अलवर रेप कांड में Zomato Delivery Boy हिरासत में, जुर्म कबूलते हुए बोला-हां मैंने उसे खून से लथपथ किया..लेकिन

राजस्थान के अलवर जिले में 15 साल की मूक बधिर बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के मामले में नया मोड़ सामने आया है। पुलिस ने इस घटना में एक जोमैटो डिलीवरी बॉय को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि डिलीवरी बॉय की बाइक से ही पीड़िता को टक्कर लगी थी। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 19, 2022 10:21 AM IST

अलवर. राजस्थान के अलवर जिले में 15 साल की मूक बधिर बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के मामले में नया मोड़ सामने आया है। पुलिस ने इस घटना में एक जोमैटो डिलीवरी बॉय को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि डिलीवरी बॉय की बाइक से ही पीड़िता को टक्कर लगी थी। क्योंकि पुलिस पूछताछ में उसने यह बात कबूल कर ली है। 

बाइक की टक्कर लगी और वह खून से लहूलुहान हो गई
दरअसल, घटना वाले दिन घटनास्थल पर वहां कुछ देर पहले राजस्थान पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बस से सवारी उतारने रुकी थी। इसी दौरान  युवक की बाइक से लड़की को टक्कर लगी और वह खून से लहूलुहान हो गई। हालांकि सीसीटीवी में बाइक वाला नजर नहीं आया था। इस पर पुलिस का कहना है कि झाड़ियां होने की वजह से वह दिखाई नहीं दिया था। इसलिए उसे पकड़ने में देरी हो गई।

फूड डिलीवरी बॉय ने भी कबूल किया जुर्म
वहीं मामले की जांच कर रहे SP तेजस्वनी गौतम ने बताया कि फूड डिलीवरी बॉय ने भी कबूल किया कि लड़की को उसकी बाइक से टक्कर लगी थी। इसके बाद वह सीधा निकल गया। फिर लड़की के साथ क्या हुआ, उसे नहीं पता। लेकिन पुलिस इस गुत्थी को कैसे सुलझाएगी की लड़की के प्राइवेट पार्ट पर चोट आखिर कैसे लगी। बताया जा रहा है कि पुलिस इस मामले में आज यानि बुधवार को और खुलासे कर सकती है।

पुलिस जांच पर उठ रहे कई सवाल
बता दें कि पुलिस ने अभी तक सीसीटीवी के हिसाब से मौके पर मौजूद CCTV में दिख रही परिहवन निगम की बस जब्त कर कंडक्टर व ड्राइवर को हिरासत में पहले ही ले लिया है। इतना ही नहीं बस के अंदर के सैंपल भी ले लिए गए हैं। वहीं वहां से निकलने वाले सभी ऑटो ड्राइवर तक भी पुलिस पहुंचने में लगी हुई है। ताकि जल्द से जल्द मामले की तहत तक पहुंचा जा सके। पुलिस की जांच पर ऐसे कई सवाल खड़े हो रहे हैं जिनको वह सुलझाने में लगी है।

राज्य सरकार दे चुकी है सीबीआई जांच के आदेश
बता दें कि राजस्थान सरकार पहले ही इस मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला कर चुकी है।  रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद यह निर्णय हुआ। राज्य सरकार जल्द ही केंद्र सरकार को इस संबंध में पत्र लिखेगी। इस मामले में 8 दिन बाद भी राजस्थान पुलिस के हाथ खाली हैं। गैंगरेप के आरोपियों को पकड़ना तो दूर पुलिस उनकी पहचान तक नहीं कर पाई है।

दिल्ली की निर्भया जैसी हुई हैवानियत
बता दें कि यह घटना अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना इलाके की है, जहां पिछले मंगलवार को दरिंदों ने मूकबधिर और मानसिक रूप से कमजोर नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप किया। इसके बाद नुकीली चीज से प्राइवेट पार्ट पर इतने जख्म दिए कि बच्ची खून से लहुलुहान हो गई। इतना ही नहीं, जिस सड़क पर उसे फेंक कर गए, वहां भी आसपास खून बिखरा पड़ा था। वो यहां करीब एक घंटे तक दर्द से तड़पती रही। खून बहने से सड़क लाल हो गई थी। बाद में राहगीरों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी और अस्पताल में भर्ती कराया। हैवानियत की यह घटना दिल्ली की निर्भया कांड जैसी थी।

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