अशोक गहलोत सरकार ने अभी से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इतना ही नहीं पहली बार राज्य सरकार जनवरी में अपना बजट पेश करने जा रही है। इसके अलावा राजस्थान में इस बार पहली बार युवाओं के लिए अलग बजट जारी होने वाला है।
जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव में 1 साल से भी कम समय शेष रहने के साथ ही अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी घोषणाओं का पिटारा खोलने की शुरुआत कर दी है। कल 19 दिसंबर को राहुल गांधी की सभा में अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में 1 अप्रैल 2023 से रसोई गैस सिलेंडर महज 500 रुपए में ही मिल जाएगा।
इस बंपर योजना से एक करोड़ जनता पर पड़ेगा असर
दरअसल, यह 500 राजस्थान में उन्हीं परिवारों को मिलेगा जो बीपीएल कार्ड धारक है। या फिर जिन्हें उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेंडर मिल रहे हो। आंकड़ों की माने तो राजस्थान में ऐसे करीब 70 से 75 लाख परिवार हैं जिनको इस योजना का सीधा फायदा मिलेगा। हालांकि अभी से शुरू होने में करीब 3 महीने का समय लगने वाला है। राजनीतिक जानकार सरकार की इस योजना को एक बेहतरीन पॉलिसी बता रहे हैं क्योंकि चुनाव से पहले इस तरह की घोषणा से प्रदेश के करीब एक करोड़ जनता पर इसका असर पड़ने वाला है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि योजना धरातल पर नही टिकने वाली है।
हर महीने सरकार को करीब 350 करोड रुपए करने होंगे खर्च
अब यह बात तो जनता के फायदे की रही। लेकिन इस योजना के लागू होने के बाद सरकार पर हर साल करीब 3000 करोड रुपए का आर्थिक भार बढ़ने वाला है क्योंकि इस योजना के खर्च को देखे तो राजस्थान में हर महीने सरकार को करीब 350 करोड रुपए अपनी जेब से खर्च करने होंगे। ऐसे में 1 साल में इस योजना के तहत करीब 3000 करोड़ से ज्यादा का खर्च आने वाला है।
पहली बार युवाओं के लिए अलग बजट आएगा
वहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने यह भी कहा था कि राजस्थान में इस बार बजट जनवरी में ही पेश होगा तो साफ जाहिर है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बार बिल्कुल भी नहीं चाहते की घोषणा होने के बावजूद सरकार को सिंपैथी नहीं मिले। वही राजस्थान में इस बार पहली बार युवाओं के लिए अलग बजट जारी होने वाला है। जिसके लिए मुख्यमंत्री पहले ही घोषणा कर चुके थे और युवा बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम लांबा राजस्थान में दौरे कर युवाओं से उनके विचार जानने में लगे हुए थे।