राजस्थान की अफसर बिटिया : पिता 25 साल से ठेला चलाकर पाल रहे परिवार, UPSC Topper बन गई बेटी

Published : Jun 01, 2022, 09:52 AM ISTUpdated : Jun 01, 2022, 11:50 AM IST
राजस्थान की अफसर बिटिया : पिता 25 साल से ठेला चलाकर पाल रहे परिवार, UPSC Topper बन गई बेटी

सार

हर दिन जो कमाई होती है, उससे घर का ठीक से गुजारा भी नहीं हो पाता लेकिन तंगी के बावजूद भी गोविंद कड़ी मेहनत करते हैं, ताकि उनके बच्चे पढ़-लिख सकें। बेटी UPSC की परीक्षा में 93वीं रैंक लाई है, उन्हें इसका मतलब भी नहीं पता। बस खुश हैं कि बेटी अफसर बन गई।  

भरतपुर : एक कमरा, एक रसोई और सात सदस्य। कुछ ऐसा ही है राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) के अटल बंद क्षेत्र में कंकड़ वाली कुईया निवासी गोविंद का परिवार। दो बेटी, तीन बेटे और पत्नी के साथ इस छोटे से घर में रहने वाले गोविंद खुद में बीते 25 साल से ठेला पर सांक बेच रहे हैं। दो दिन पहले UPSC का परिणाम गोविंद के लिए खुशियां लेकर आया। गोविंद की बेटी दीपेश कुमारी (Deepesh Kumari) ने विपरीत परिस्थितियों में भी कठिन परिश्रम कर यूपीएससी में 93 वी रैंक हासिल की है। अब गोविंद की बेटी अफसर बन गई है। 

बेटी के अफसर बनने का नहीं घमंड
बेटी के अफसर बनने के बाद गोविंद के चेहरे पर खुशी जरूर है लेकिन घमंड बिल्कुल नहीं है। बेटी का परिणाम आने के अगले ही दिन गोविंद फिर से अपना ठेला लेकर परिवार पालने के लिए शहर की गलियों में निकल गए। गलियों में सांक बेचने के दौरान कई लोगों ने गोविंद को उसकी बेटी की सफलता पर बधाई दी। अपने जीवन के संघर्षों को लेकर गोविंद कहते हैं कि जीवन में सुख दुख चलते रहते हैं। इंसान को मेहनत से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए। आज गोविंद की बेटी दीपेश कुमारी रिजल्ट आने के बाद घर आ रही है।

पांच भाई-बहने में दीपेश सबसे बड़ी
गोविंद ने बताया कि उनके पांच बेटे बेटियों में दीपेश कुमारी सबसे बड़ी है। दीपेश बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी। दसवीं तक की पढ़ाई भरतपुर शहर के ही शिशु आदर्श विद्या मंदिर से की। दीपेश कुमारी ने दसवीं कक्षा 98% अंकों के साथ और 12वीं कक्षा 89% अंकों के साथ उत्तीर्ण की। इसके बाद जोधपुर के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की और फिर आईआईटी मुंबई से एमटेक की पढ़ाई की। गोविंद ने बताया कि बेटी दीपेश कुमारी दिल्ली से यूपीएससी की तैयारी कर रही थी और दूसरे प्रयास में उसने 93वीं रैंक हासिल की है।

ठेला चालक पिता के सभी बच्चे होनहार
ठेला चालक गोविंद ने बताया कि उसकी दो बेटी और तीन बेटा हैं। सबसे बड़ी बेटी दीपेश कुमारी, दूसरी बेटी ममतेश कुमारी अग्रवाल जो दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चिकित्सक है, बेटा सुमित अग्रवाल महाराष्ट्र में एमबीबीएस प्रथम वर्ष, अमित अग्रवाल गुवाहाटी से एमबीबीएस द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत है। बेटा नंदकिशोर 12वीं पास है।

इसे भी पढ़ें
कारगिल युद्ध में पैर गंवाने वाले फौजी पिता का बेटा बना IAS, गांव में पढ़ाई की और रच दिया इतिहास

ट्रक ड्राइवर का बेटा बना IAS अफसर, दादी के एक मूलमंत्र ने दिलाई UPSC में सफलता...स्कूल फीस के भी नहीं थे पैसे

PREV

राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

राजस्थान बना देश का ऐसा पहला राज्य, सड़क पर शव रख विरोध किया तो 5 साल की जेल
एक ऐसी भी पत्नी, पति का कत्ल कराने के बाद फ्लाइट से शोक सभा में पहुंची