
जयपुर.राजस्थान सरकार की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। हर दिन कोई ना कोई राजनीतिक पार्टी के नेता या अन्य कोई बड़ा बवाल सरकार को सोचने पर मजबूर कर देता है । कल रात जैसे तैसे हनुमान बेनीवाल , जो कि आरएलपी पार्टी से सांसद हैं , उनकी 400 कारों के काफिले को जयपुर में एंट्री करने से रोका गया । उनकी मांगों पर सहमति बनी । यह मामला अभी थमा भी नहीं था कि आज भाजपा से सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार को फिर से आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है । सांसद का कहना है कि 13 से 16 मई तक जो पुलिस भर्ती कराई गई है उसमें एक ही पारी के नहीं सभी पारी के पेपर लीक हुए हैं। इस परीक्षा को तुरंत प्रभाव से रद्द करवाना है । जिससे 18 लाख से ज्यादा व्यक्तियों के साथ न्याय हो सके।
जिस एजेंसी ने पेपर कराया उस कंपनी पर गंभीर आरोप
जिस एजेंसी ने पेपर कराए एजेंसी पर गंभीर आरोप हैं। सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि चारों दिन के पेपर व्हाट्सएप पर लोगों के पास पहले ही आ गए। इसका उन्होंने सबूत भी दिखाया । मीणा का कहना था कि जो टीसीएस एजेंसी यह परीक्षा करवा रही है उसने रीट की परीक्षा भी करवाई थी और अब पुलिस कांस्टेबल की भर्ती परीक्षा भी वही करवा रही है । यह एजेंसी पहले सीबीआई और एसओजी के रडार पर है , उसके बावजूद भी सरकार ने कॉन्स्टेबल भर्ती इन्हीं लोगों से करवाई है । सांसद का कहना है कि जुलाई 2022 में होने वाली रीट परीक्षा अगर एजेंसी से कराई जाती है तो फिर से पेपर आउट होने का खतरा बना रह सकता है ।
दिल्ली तक में इस एजेंसी से हो रही है पूछताछ
सांसद का दावा है कि जिस टीसीएस कंपनी से राजस्थान में भर्तियां कराई जा रही है वह दिल्ली में भी गफलत कर चुकी है। दिल्ली पुलिस भर्ती में भी धांधली पर उसके खिलाफ जांच चल रही है। वह सीबीआई के रडार पर है। उसके बावजूद भी राजस्थान पुलिस में उसी एजेंसी से भर्ती कराई है ।
14 तारीख का पेपर लीक हुआ उसे सेंटर पर भी लगाया आरोप
सांसद ने कहा कि जयपुर के झोटवाड़ा में जिस स्कूल में परीक्षा सेंटर आया था वह सेंटर पहले से ही ब्लैक लिस्टेड था। नियमानुसार 300 अभ्यर्थियों की बैठने की क्षमता होना तय किया गया था जिसमें ढाई सौ अभ्यर्थियों को बिठाया जाना था। लेकिन ढाई सौ की बैठक के बावजूद 526 अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलवाई गई तो पेपर लीक होना ही था।
राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा आज पिंक सिटी प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे। सांसद के इन बयानों के बाद न तो किसी मंत्री और न ही सरकारी एजेंसी के किसी अधिकारी ने अपना पक्ष रखा है।
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।