राजस्थान के चुरू से दर्दनाक खबर सामने आई है। जहां एक किसान पति-पत्नी की खेत में काम करने के दौरान करंट से मौत हो गई। दोनों जान बचाने के लिए चीखते रहे, लेकिन करंट फैलने की वजह से कोई उन्हें चाहकर भी नहीं बचा सका।
चूरु. राजस्थान के चूरू जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। खेत पर पानी देने के लिए गए पति की करंट से मौत हो गई । पत्नी ने पति को बचाने की कोशिश की और मौके पर पत्नी ने भी दम तोड़ दिया। इसी दौरान पास के खेत में काम कर रहे किसान ने चीख पुकार मचा दी। लोगों ने वहां पहुंचने से पहले बिजली की सप्लाई को पूरी तरह से बंद किया और उसके बाद दोनों के शवों को वहां से बाहर निकाला। जैसे ही दोनों मौतों की सूचना परिवार को मिली कोहराम मच गया । शोक के कारण पूरे गांव में चूल्हे नहीं जले। घटना शुक्रवार देर रात की है लेकिन शनिवार दोपहर दोनों के शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचाए गए । उसके बाद शनिवार शाम को दोनों को एक ही चिता पर अंतिम विदाई दी गई ।
देखिए कैसे पति-पत्नी को मौत खींचकर ले गई
चूरू जिले की भालेरी थाना पुलिस ने बताया कि उदासर बिदावतान गांव में रहने वाले नेमाराम शुक्रवार रात अपने खेत में पानी देने गए थे । साथ में पत्नी रेवती देवी भी गई थी । नेमाराम खेत में बने कुएं पर पानी की मोटर शुरू करके लौटे ही थे कि इसी दौरान वह करंट की चपेट में आ गए। पास के खेत में काम कर रहे किसान ने जब यह देखा तो वह चीखने लगा और नेमा राम की पत्नी रेवती को इस बारे में बताया। पति को देखने के लिए रेवती देवी मौके पर पहुंची तो करंट की चपेट में आने से उनकी भी मौत हो गई। पास के खेत में काम कर रहे किसान को जब इसकी सूचना लगी तो उन्होंने अन्य खेतों में काम कर रहे किसानों को बुलाया और उसके बाद दोनों के बारे में पुलिस को सूचना दी।
दोनों की मौत से गांव में मच गया कोहराम
पुलिस ने दोनों शवों को शुक्रवार देर रात अस्पताल में रखवाया और शनिवार दोपहर शवों को परिजनों के हवाले कर दिया । एक साथ दो मौतों से गांव में कोहराम मचा हुआ है। परिवार का रो रो कर बुरा हाल है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में खेत में पानी देने के दौरान करंट लगने से 5 साल मैं 70 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। खेतों में बिजली सप्लाई रात में ही की जाती है इसका भी लगातार विरोध रहता है।