सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के एक मंत्री मंगलवार को एक शिकायत लेकर यहां पार्टी की जनसुनवाई में पहुंचे। मंत्री का कहना था कि उनकी विधानसभा में एक व्यक्ति की बेटी की कथित हत्या के मामले में पुलिस प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रही है।
जयपुर. सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के एक मंत्री मंगलवार को एक शिकायत लेकर यहां पार्टी की जनसुनवाई में पहुंचे। मंत्री का कहना था कि उनकी विधानसभा में एक व्यक्ति की बेटी की कथित हत्या के मामले में पुलिस प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रही है।
मीणा ने संसदीय कार्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने का किया आग्रह
उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा अपने विधानसभा क्षेत्र के एक व्यक्ति के साथ यहां पार्टी मुख्यालय पहुंचे जहां संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल जनसुनवाई कर रहे थे। उन्होंने शिकायत की कि सम्बद्ध थानाधिकारी हत्या के मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रहा है। उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया।
अपने विधानसभा क्षेत्र का एक मामला लेकर पहुंचे थे
मीणा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे निर्वाचन क्षेत्र का एक व्यक्ति मेरे पास आया और बताया कि जयपुर में रहने वाली उनकी बेटी की हत्या कर दी गई है। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया है। प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए अब यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में शिकायत की गई है।’’
मंत्री ने मुख्यमंत्री से भी शिकायत करने की बात कही
उन्होंने कहा कि एसएचओ ने कल शिकायतकर्ता को बुलाया था, लेकिन वह खुद छुट्टी पर चले गए और प्राथमिकी फिर से दर्ज नहीं हुई। अगर थाने में मामला दर्ज नहीं हो तो वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दे सकते हैं। इसपर मंत्री मीणा ने कहा कि शिकायतकर्ता गरीब है और उसे इस नयी व्यवस्था की जानकारी नहीं है। मंत्री ने कहा कि वह इस बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे और थानाधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर गरीबों की प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही तो यह निश्चित रूप से चिंता का विषय है।’’
शिकायतकर्ता सांवल राम का आरोप है कि उनकी बेटी की उसके ससुराल जयपुर में हत्या कर दी गयी। यह घटना 28 जनवरी को ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में हुई। वहीं संसदीय कार्य मंत्री धारीवाल ने कहा कि जनसुनवाई में सभी की शिकायत सुनी जाती है चाहे वह आम आदमी हो या कैबिनेट मंत्री।
जब ब्रह्मपुरी पुलिस स्टेशन के एसएचओ भरत सिंह राठौड़ से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने शिकायतकर्ता कुछ दिन पहले उनके पास आया था और उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार नहीं किया, बल्कि उन्हें सलाह दी कि मामला सवाईमाधोपुर जिले के बामनवास में करवाया जाए जहां महिला की मौत हुई और अंतिम संस्कार किया गया।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)