हर सुहागिन करवा चौथ का व्रत अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं। लेकिन वही पति उसकी हत्या कर दे वो भी करवा चौथ के दिन। राजस्थान के जयपुर में ऐसा ही हुआ है। जहां एक हैवान पति ने करवाचौथ के दिन हुए इस जघन्य हत्याकांड अंजाम दिया।
जयपुर (राजस्थान). करवाचौथ के दिन पत्नी मंजू खुश थी। पति की लंबी उम्र के लिए उसने व्रत रखा था और पति कालू सिंह का इंतजार कर रही थी। पति शाम को आया और पत्नी से विवाद हो गया। विवाद में पति कालू सिंह ने पत्नी मंजू को पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया और भाग गया। बाद में कई महीनों के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। जेल हुई। ट्रायल चला और अजब संयोग देखिए कि करवाचौथ से दो दिन पहले उसके खिलाफ सख्त फैसला आया है। उसे अब अपना पूरा जीवन सलाखों के पीछे ही बिताना होगा और बीस हजार रुपए जुर्माना और भरना होगा। इस फैसले के बाद अब पूरा गांव खुश है। घटनाक्रम राजधानी जयपुर के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित दूदू थाना हलके का है।
13 साल पहले की थी पत्नी की हत्या, लंबे ट्रायल के बाद आया फैसला
दरअसल, दूदू थाना इलाके में स्थित केरिया गांव में रहने वाले कालू सिंह ने अपनी पत्नी मंजू की हत्या साल 2009 में करवाचौथ की शाम की थी। हत्या के बाद वह फरार हो गया था। बाद में उसे कुछ दिनों के बाद पकड लिया गया गया। करीब बारह तेरह साल तक ट्रायल चला। इस बीच वह मानसिक रोगी हो गया। पुलिस ने उसका इलाज कराया और कुछ महीनों पहले वह बिल्कुल ठीक हो गया। उसके बाद दूदू कोर्ट में फिर से ट्रायल जारी हुआ। कुछ तारीखों के बाद आखिर अब जज एडीजे संदीप आनंद ने अना फैसला सुना दिया। उन्होनें कालूसिंह के लिए आजीवन कारावास चुना। कालूसिंह के खिलाफ इतने सबूत और दस्तावेज थे कि इन सब को जांचने और परखने के बाद उसे यह सजा दी गई। जज संदीप आनंद ने कालू सिंह को हत्या का दोषी मानते हुए यह फैसला सुनाया।
पत्नी को ऐसी भयानक मौत दी-पुलिस भी चकरा गई थी
कालू सिंह के खिलाफ मंजू के भाई और कालू सिंह के साले शेरसिंह ने केस दर्ज कराया था। शेरसिंह और उसका परिवार ही बहन को न्याय दिलाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा था। पुलिस ने बताया कि कालू सिंह ने फावडे से पत्नी को बुरी तरह मारा था और शव वहीं छोड़कर फरार हो गया था। जब पुलिस पहुंची तो पाया कि मंजू की आंते बाहर निकली पडी हैं। उसके पैर और शरीर के निचला हिस्सा बुरी तरह से काट दिया गया था। शव को उठाने के दौरान पुलिसकर्मी तक चकरा गए थे।