एक युवक की वजह से बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। लाल कपड़ा लेकर वो पटरी पर जब तक दौड़ता रहा तब तक ट्रेन नहीं रुक गई। ट्रेन चालक ने युवक को दौड़ता देखा तो तत्काल इमरजेंसी ब्रेक दिए।
दौसा (राजस्थान). सैंकड़ों लोगों के लिए एक युवक फरिश्ताा बनकर आया और उनकी जान बचा ली। युवक की वजह से एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। लाल कपड़ा लेकर वो पटरी पर जब तक दौड़ता रहा तब तक ट्रेन नहीं रुक गई। ट्रेन चालक ने युवक को दौड़ता देखा तो तत्काल इमरजेंसी ब्रेक दिए।
यह मामला है सोमवार का है। जब जैसलमेर-दिल्ली इंटरसिटी बांदीकुई स्टेशन से रवाना होकर दिल्ली की तरफ आ रही थी। उसी दौरन ग्रामीण कजोड़मल शर्मा की नजर पटरी पर पड़ी तो उसने देखा कि पटरी में फ्रैक्चर है, अगर यहां से ट्रेन निकल गई तो बड़ा हादसा हो सकता है। युवक बिना कुछ सोचे समझे पटरी पर लाल कपड़ा लेकर दौडने लगा। क्योंकि उसे पता था कि ट्रेन चालक लाल कपड़ा देखेगा तो जरुर ब्रेक लगा देगा। युवक को पता था कि यह टाइम ट्रेन के आने का है।
20 मिनट तर खड़ी रही ट्रेन
किसी तरह रेलवे अधिकारियों को ट्रैक फ्रैक्चर होने के बारे में जानकारी दी गई। करीब 20 मिनट में रेलवे की टीम ने पटरी को दुरस्त करके ट्रेन को रवाना कर दिया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण पटरियों में फ्रैक्चर होते हैं। यह फ्रैक्चर 15 एमएम का था।
महिला से चुनरी मांगी और ट्रेन की तरफ दौड़ लगा दी
जब युवक ने देखा कि वह कैसे इस ट्रेन को रोकेगा तो उसने ट्रैक के किनारे खड़ी एक महिला से लाल रंग की चुनरी मांगी और ट्रेन की ओर दौड़ लगा दी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण पटरियों में फ्रैक्चर होते हैं। यह फ्रैक्चर 15 एमएम का था।