यह युद्धाभ्यास इसलिए भी बेहद खास है, क्योंकि मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान की उड़ान के साथ पहली बार वायु शक्ति में महिला पायलट अपना दिखाएंगी। देश के बेटियां दुश्मनों को अपनी हवाई ताकत का नमूना दिखाएंगी। इंडियन एयरफोर्स के लेडी पायलट को इसके लिए खास ट्रेनिंग मिली है।
जैसलमेर (राजस्थान). भारतीय वायु सेना दुश्मनों को मजा चखाने और उनका कलाजे कंपाने के लिए आज राजस्थान के पोखरण में सबसे बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रही है। यह युद्धाभ्यास इसलिए भी बेहद खास है, क्योंकि मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान की उड़ान के साथ पहली बार वायु शक्ति में महिला पायलट अपना दिखाएंगी। देश के बेटियां दुश्मनों को अपनी हवाई ताकत का नमूना दिखाएंगी। इंडियन एयरफोर्स के लेडी पायलट को इसके लिए खास ट्रेनिंग मिली है।
10 महिला पायलट लड़ाकू भूमिका में शामिल
कुछ सालों पहले तक वायुसेना में महिलाएं केवल ट्रांसपोर्ट विमान और हेलीकॉप्टर ही उड़ा सकती थीं। लेकिन अब ऐसा बिल्कुल नहीं है। क्योंकि भारत की बेटियां भी अब फाइटर पायलट बन गई हैं। बाकायदा इंडियन एयरफोर्स ने उनको पूरी ट्रेनिंग भी दी है। वायु सेना अब तक 10 महिला पायलट लड़ाकू भूमिका में शामिल हो चुकी हैं। जिसमें से कम से कम तीन पायलट इस बार के बड़े अभ्यास में शामिल हो सकती हैं।
देशभर की कई वायु सेना की यूनिटें अपना शौर्य दिखाएंगी
तीन साल में एक बार होने वाले वायु शक्ति अभ्यास में देशभर में वायु सेना की यूनिटें अपना शौर्य दिखाएंगी। इसके साथ ही रफाल के सभी 36 विमानों की आपूर्ति फरवरी के पहले सप्ताह में पूरी हो रही है। सूत्रों के अनुसार वायु शक्ति के 10 से 12 फरवरी के पूर्ण अभ्यास में इन सभी की एक्टिव हिस्सेदारी होगी।
युद्धाभ्यास में यह फायटर विमान होंगे शामिल
महिलाओं का फाइटर पायलट बनने का मतलब है कि युद्ध की स्थिति में वह मिग-21 बाइसन फाइटर और सुखोई जैसे विमान उड़ाएंगी। वहीं पोखरण रेंज में बनाए गए दुश्मन के ठिकानों को तबाह करने के अभ्यास में अनेक तरह की मिसाइलों और फाइटरों का इस्तेमाल होगा। इस अभ्यास में मिराज 2000, मिग-29, एलसीए तेजस, हॉक और जगुआर विमान भी इसमें शामिल होंगे। रात के आपरेशन में लड़ाकू हेलीकाप्टरों से टारगेट्स पर राकेटों की बौछार भी देखने को मिलेगी।