रंधावा को पार्टी द्वारा प्रदेश प्रभारी बनाए जाने के साथ ही अब एक बार फिर राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों की दूरियां खत्म होने की बातें चर्चा में आने लगी है।
जयपुर(Rajasthan). राजस्थान में सितंबर महीने में हुए सियासी ड्रामे के बाद कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने अपना इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा को पार्टी ने कांग्रेस का नया राजस्थान प्रभारी बनाया है। आज भारत जोड़ो यात्रा में कोटा झालावाड़ के बीच रंधावा शामिल होंगे। रंधावा को पार्टी द्वारा प्रदेश प्रभारी बनाए जाने के साथ ही अब एक बार फिर राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों की दूरियां खत्म होने की बातें चर्चा में आने लगी है।
अब राजस्थान में नए पार्टी प्रभारी बनाए जाने के साथ ही जल्द ही इस पर निर्णय होने वाला है। लेकिन अब पार्टी फैसला चाहे कोई भी करें उसे अशोक गहलोत और सचिन पायलट को मानना ही होगा। क्योंकि अब पार्टी पंजाब जैसे हालात क्रिएट नहीं करना चाहती है। पार्टी राजस्थान में बिना किसी मतभेद के एक रहना चाहती है। यह बात राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कही है। रंधावा ने कहा है कि पंजाब में भी राजस्थान जैसे हालात हुए थे। और अंत में हुआ यह कि वहां सरकार ही चली गई। अब राजस्थान में भी इस तरह की कोई मुश्किल पार्टी नहीं उठाना चाहती है।
किसी नेता को नहीं किया जाएगा नाराज
रंधावा का इस पूरे मामले में कहना है कि वह पार्टी के दोनों गुटों के नेताओं से एक-एक बात कर सिर्फ की समस्या सुनेंगे। किसी भी नेता या गुट को नाराज नहीं किया जाएगा। हालांकि अशोक गहलोत से रंधावा की बातचीत हो गई थी। लेकिन सचिन पायलट से उनकी बात नहीं हो पाई। रंधावा का कहना है कि कांग्रेस की भारत यात्रा से पार्टी को अच्छा फायदा मिलेगा। पूरे देश की जनता में उत्साह का संचार हो चुका है।
कौन हैं सुखजिंदर सिंह रंधावा
सुखजिंदर सिंह 63 साल के हैं। वह लगातार तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। और पंजाब की डेरा बाबा नानक सीट से विधायक है। पंजाब में उन्हें राजनीति का जादूगर नाम से जाना जाता है।