राजस्थान के हनुमानगढ़ शहर से सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां दो लोगों के शव एक साथ बंधे हुए हालत में बरामद हुए है। घटना के बाद पीड़ित परिवार ने गांव के ही लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज कराई है। 16 दिसंबर से गायब थे दोनो मृतक।
हनुमानगढ़ ( hanumangarh). खबर राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले से है (rajasthan news)। हनुमानगढ़ जिले से होकर गुजरने वाली इंदिरा गांधी नहर के लखुवाली हेड के पास से शुक्रवार शाम दो लाशें बरामद की गई है। इनका पोस्टमार्टम करने के बाद आज पुलिस ने परिजनों को शव सौंपा है। प्रारंभिक जांच में पुलिस इसे सुसाइड मांन रही थी, लेकिन जब पूरी घटना खुली तो पुलिस वालों के रोंगटे खड़े हो गए। इन दोनों की पहचान पुलिस ने मंगतू राम और उसके साले बलराम के रूप में की है।
गांव के रहने वाले लोगों ने लिए रुपए उधार, नहीं माना पंचायत का फैंसला
बलराम हनुमानगढ़ के ही किशनपुरा इलाके का रहने वाला है, जबकि उसका जीजा मंगतूराम पंजाब का रहने वाला है। इस पूरे मामले में बलराम के बेटे विक्रम सिंह ने पुलिस को रिपोर्ट दी है। उसने पुलिस को बताया कि किशनपुरा गांव में ही रहने वाले बाबू सिंह , जगतार सिंह समेत कुछ लोगों से रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। इन लोगों ने कुछ महीनों पहले करीब 1 लाख रुपए उधार मांगे थे और यह रुपए वे लोग लौटा नहीं रहे थे। इसे लेकर 16 दिसंबर को गांव में पंचायत भी हुई थी, लेकिन पंचायत के फैसले में भी इन लोगों ने उससे मानने से इनकार कर दिया था।
रुपयों को लेकर बातचीत करने को बुलाया, फिर दे दी खौफनाक मौत
उसके बाद 19 दिसंबर को इन्हीं में से किसी ने बातचीत करने के लिए पिता बलराम और मामा मंगतू राम को बुलाया था। दोनों 19 दिसंबर को घर से बाइक से रवाना हुए थे,लेकिन उसके बाद वे लोग वापस नहीं लौटे। विक्रम ने पुलिस थाने में मिसिंग भी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस उन दोनों को तलाश नहीं सकी।
नहर में शव आपस में एक साथ बंधे बरामद हुए
शुक्रवार शाम किसी ने पुलिस को सूचना दी कि इंदिरा गांधी नहर में दो लोगों के हाथ और पैर बंधे हुए शव पड़े हुए हैं। यह दोनों लाशें कचरे के ढेर में अटक गई थी इसलिए वहां रह गई। पुलिस ने उनको बाहर निकाला तो उनकी पहचान बलराम और मंगतू राम के रूप में हुई ।
पीड़ित परिवार ने नामजद मामला दर्ज कराया
परिवार ने पांच नामजद लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है (rajasthan crime news)। पुलिस उन तमाम लोगों को तलाश कर रही है जिनके इस वारदात में नाम सामने आए हैं। विक्रम ने पुलिस को बताया कि जिन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है उनमें से कुछ दूर के जानकार हैं उन लोगों ने व्यापार और अन्य कामों के लिए करीब 20- 21 लाख रुपए उधार लिए थे। लेकिन यह रुपए समय पर नहीं लौटाने पर बात बिगड़ती चली गई और रुपया खोने के साथ ही परिवार के दो मुखिया भी हमने खो दिए।