अलवर रीजन में एक गुटखा कारोबारी के यहां सबसे बड़ी रेड डाली। इस छापेमारी में 300 अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे, जिन्होंने 4 दिन तक दौसा, भरतपुर, धौलपुर सहित चार जिलों में एक साथ कई ठिकानों पर कार्रवाई की।
अलवर (राजस्थान). 4 दिन पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अलवर में गुटखा व्यापारी के यहां अल सुबह रेड शुरू की थी। जो आज पूरी हुई है। इनकम टैक्स को गुटखा व्यापारी के यहां 57.57 करोड़ की अघोषित आय मिली है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने यह रेड दौसा,भरतपुर,धौलपुर सहित चार जिलों में की। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को गुटखा व्यापारी के यहां से करीब 4 करोड रुपए का सोना भी मिला है। इतनी अघोषित आय के बदले अब गुटखा व्यापारी को करीब 30 से 40 करोड रुपए जुर्माने के रूप में देने होंगे।
300 से ज्यादा ऑफिसर और कर्मचारी शामिल
दरअसल, 20 जुलाई की सुबह इनकम टैक्स से डिपार्टमेंट की करीब 4 दर्जन से ज्यादा गाड़ियां अलवर के गुटखा व्यापारी मामा प्रोडक्ट के यहां शुरू हुई। इस दौरान टीम ने अलवर सहित व्यापारी के कई ठिकानों पर छापे मारे। जहां से पूरी अघोषित आय का पता चल पाया। इस पूरी कार्यवाही में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के करीब 300 से ज्यादा ऑफिसर और कर्मचारी शामिल रहे। गौरतलब है कि गुटखा व्यापारी राजस्थान में ग्रामीण इलाकों में बिना बिल का माल सप्लाई करता था। जिसके चलते हुए हैं पिछले कई महीनों से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के निशाने पर था।
स्कूल में भी छिपा रखी थी करोड़ों की राशि
गुटखा व्यापारी झिरिवाल को बीते कुछ दिनों से पता चल चुका था कि वह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के निशाने पर है। ऐसे में उसने बचने के लिए अपने करोड़ों रुपए के गोल्ड और नगद राशि को स्कूल में छुपाया हुआ था। इसके साथ ही व्यापारी ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के नाम भी कई संपत्ति की थी।
पार्टनर के यहां भी मिले करोड़ो रुपए
व्यापारी झिरिवाल के पार्टनर रोहित खंडेलवाल के यहां भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापा मारा। यहां से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को करीब 6 करोड रुपए की अघोषित आय मिली है। जिसका रोहित खंडेलवाल के पास कोई हिसाब नहीं था। ऐसे में उसे भी अघोषित माना गया है। राजस्थान में इनकम टैक्स की इसी कार्रवाई में विभाग को दिल्ली से संपत्ति का वैल्यूएशन करने के लिए विशेषज्ञ को बुलाना पड़ा। वही कंप्यूटर आदि को चेक करने के लिए भी आईटी से जुड़े विशेषज्ञों को बुलाया गया। सूत्रों की मानें तो आगामी 3 दिनों में राजस्थान के कई बड़े व्यापारियों के यहां इनकम टैक्स की रेड की जा सकती है।