राजस्थान के बीकानेर जिले से एक ऐसा ही चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां एक युवक ने अपने बचपन के दोस्त के साथ गद्दारी कर उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी। इस घटना को जानकर आप कहेंगे-ऐसे लोगों से तो अच्छा है कि भगवान दुश्मन बना दे।
जयपुर (राजस्थान). एक बेरोजगार व्यक्ति जिसके पास बीकानेर से जयपुर आने के लिए ₹600 किराया भी ना हो क्या उसके खातों से ₹47,90000 से ज्यादा का ट्रांजैक्शन किया जा सकता है...? आप सोच रहे होंगे यह संभव नहीं है ,लेकिन इस सवाल का जवाब हां है , ऐसा हुआ है और इस पूरे घटनाक्रम के बाद पीड़ित व्यक्ति गोपाल सिंह ने पुलिस थाना जयपुर में मुकदमा दर्ज करवाया है। इस तरीके का विश्वासघात करने वाला और कोई नहीं उसका खास दोस्त है, जो करीब 10 साल पुराना दोस्ताना रखता है। हालांकि अब वह दोस्त उसकी पत्नी फरार हैं। उनके सभी मोबाइल नंबर बंद आ रहे हैं। दूसरी तरफ पीड़ित का हाल बहुत खराब है। वह और उसकी पत्नी बीमार है। तीन बेटियों में से एक बेटी भी बीमार हो गई है।
इस तरह से घटा पूरा घटनाक्रम
गोपाल सिंह ने प्रतापनगर पुलिस को बताया कि कोरोना से पहले से ही काम नहीं था । करीब 5 साल से खाली बैठा हूं। छोटा मोटा काम कर लेता हूं। लेकिन इस बीच किसी दोस्त ने बताया कि क्रेडिट कार्ड लेकर उसकी मदद से खर्च चलाया जा सकता है, सबसे अच्छी बात यह है कि क्रेडिट कार्ड से लिए गए पैसे का भुगतान 45 से 60 दिन में करना होता है। गोपाल सिंह को यह मामला भा गया उसने कुछ सालों में 12 अलग-अलग कंपनी और बैंकों के क्रेडिट कार्ड लिए। जो पैसा गोपाल सिंह लेता वह कुछ ही दिनों में किसी न किसी दोस्त की मदद से या काम करके चुका देता। बेरोजगारी में भी परिवार का खर्च चल ही रहा था कि इस दौरान संजय सिंह नाम के उसके दोस्त ने उसे जयपुर आने के लिए कॉल किया । संजय ने कहा साथ काम करेंगे। गोपाल सिंह बातों में आ गया।
अच्छे और सुनहरे भविष्य की कल्पना की और हो गया कांड
गोपाल सिंह ने पुलिस को बताया कि वह प्रताप नगर में रहने वाले अपने दोस्त संजय सिंह के घर पहुंचा। संजय ने वहां किराए पर फ्लैट ले रखा था। संजय ने कहा कि कुछ रुपए वह दे देगा कुछ रुपए संजय दे देगा, दोनों के परिवार फ्लैट में रह लेंगे ,दोनों मिलकर कुछ काम कर लेंगे। परिवार का पालन अच्छे से हो जाएगा । संजय सिंह की बातों में गोपाल सिंह आ गया और उसने अच्छे और सुनहरे भविष्य की कल्पना करना भी शुरू कर दिया।
आरोपी ने ऐसे दिया साजिश को अंजाम
इस बीच कुछ दिन पहले संजय सिंह ने गोपाल सिंह को लूटने की तैयारी कर ली । गोपाल को संजय ने कहा कि एक साथी के यहां उसके बच्चों के जन्मदिन के मौके पर जाना है। वह बाथरूम में जाकर नहा ले। गोपाल सिंह बाथरूम में नहाने गया तो संजय सिंह ने उसका बाथरूम बाहर से बंद कर दिया, साथ ही कमरा भी बंद कर दिया। इससे पहले संजय सिंह ने गोपाल सिंह का पर्स और मोबाइल चुरा लिया। गोपाल जैसे तैसे बाथरूम से बाहर निकला। किसी की मदद से खुद के और संजय के फोन पर फोन किया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। गोपाल के पास फोन नहीं था, इस कारण उसे कुछ पता नहीं चल सका ।
पूरा घटनाक्रम का पता चला तो पीटने लगा माथा
इस बीच संजय ने गोपाल के पर्स में रखे 12 क्रेडिट कार्ड से 47 लाख ₹90000 का इस्तेमाल कर लिया। यह है मैक्सिमम क्रेडिट लिमिट थी। उधर 3 दिन तक गोपाल के पास न तो फोन था और नहीं और कोई तरीका इस घटनाक्रम के बारे में जानने का । 3 दिन के बाद चौथे दिन गोपाल ने नई सिम ली और उसके बाद दोस्त की मदद से नया फोन लिया । 5 वे दिन जब सिम एक्टिवेट हुई तब से बैंकों के धड़ाधड़ मैसेज आना शुरू हो गए । बैंकों के यहां से फोन आना शुरू हो गए । पूरा घटनाक्रम का पता चला तो गोपाल सिंह ने माथा पीट लिया । संजय ने गोपाल सिंह के खातों से करीब लाखों का ट्रांजैक्शन कर लिया था।
48 लाख का गबन का लगा उल्टा आरोप
अब गोपाल सिंह के सामने यह बड़ी परेशानी है कि वह इन बैंकों का पैसा कैसे चुका पाएगा । इस बीच लगभग पूरा परिवार बीमार है, हालात बेहद खराब है। इस पूरे घटनाक्रम के बारे में प्रताप नगर पुलिस ने बताया कि 48 लाख का गबन किया गया है । गोपाल सिंह की शिकायत पर संजय और उसकी पत्नी गोलू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल जांच की जा रही है।