नेचुरोपैथी और योग चिकित्सक डॉ. दीपा शुक्ला सूक्ष्म व्यायाम और श्वास संबंधी व्यायाम का प्रदर्शन करेंगी। वे पांच मिनट के लिए श्वास अभ्यास, दस राउंड के लिए हाथों को खींचने का अभ्यास, मरजरीश्वसन, प्राणायाम और दस राउंड के नाड़ी शुद्धि प्राणायाम (वैकल्पिक नसिका श्वास) का प्रदर्शन भी करेंगी। इसके अलावा, दिव्यांगों के समक्ष भ्रामरी, गहरी विश्राम तकनीक और योग क्रिया के 11 राउंड भी प्रस्तुत किए जाएंगे।
उदयपुर (राजस्थान). उदयपुर स्थित स्वयंसेवी संगठन नारायण सेवा संस्थान अपने डिजिटल अभियान के माध्यम से सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ऐसे रोगियों को परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराएगा, जिन्होंने हाल ही कोरोना को मात देकर सामान्य जीवन शुरू किया है। संस्थान ने कोविड-19 पाॅजिटिव आने के बाद अब ठीक हो चुके रोगियों को जरूरी मार्गदर्शन देने के लिए इस डिजिटल अभियान को संचालित करने का निर्णय किया है। इस अभियान के तहत संस्थान की ओर से एक योग चिकित्सक की मदद से इस विशेष अभियान का संचालन किया जाएगा, ताकि इस दौरान सभी को घर पर ठीक होने के लिए मार्गदर्शन और प्रेरित किया जा सके।
ऐसे 11 राउंड में होगा योग
इस दौरान नेचुरोपैथी और योग चिकित्सक डॉ. दीपा शुक्ला सूक्ष्म व्यायाम और श्वास संबंधी व्यायाम का प्रदर्शन करेंगी। वे पांच मिनट के लिए श्वास अभ्यास, दस राउंड के लिए हाथों को खींचने का अभ्यास, मरजरीश्वसन, प्राणायाम और दस राउंड के नाड़ी शुद्धि प्राणायाम (वैकल्पिक नसिका श्वास) का प्रदर्शन भी करेंगी। इसके अलावा, दिव्यांगों के समक्ष भ्रामरी, गहरी विश्राम तकनीक और योग क्रिया के 11 राउंड भी प्रस्तुत किए जाएंगे।
1. सूक्ष्म व्यायाम - एक बार कोविड-19 पॉजिटिव होने के बाद किसी भी व्यक्ति को कमजोरी से उबरने में समय लगता है। रोगी को तंत्रिका संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही दिल की धड़कन तेज होने, हाथ-पैर सुन्न होने और याददाश्त कमजोर होने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। ऐसी सूरत में यह व्यायाम अत्यंत प्रभावशाली साबित होता है। इसके अलावा, सूक्ष्म व्यायाम शरीर के लचीलेपन को बढ़ाते हैं और रक्त परिसंचरण में सुधार करते हैं। इस एक्सरसाइज को घर पर रोजाना पांच राउंड पांच मिनट तक करना है।
2. ब्रीदिंग एक्सरसाइज- हमारा शरीर बहुत सारे विकारों को खुद अपने स्तर पर ही दुरुस्त कर लेता है, बशर्ते हम इसकी अच्छी देखभाल करें। कोविड-19 से ठीक होने के दौरान, मरीज फेफड़ों का पूरी क्षमता से इस्तेमाल करने के लिहाज से डायाफ्रामिक श्वास को बढ़ाने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं।
3. मरजरीश्वसन व्यायाम- कोविड-19 में ज्यादातर मामले सांस लेने में तकलीफ से संबंधित पाए गए। ऐसे में मरीज और उसके परिजन अपने घर पर ही रहते हुए श्वसन संबंधी अपनी प्राथमिक और माध्यमिक मांसपेशियों की ताकत में सुधार करने के लिए इस व्यायाम को कर सकते हैं।
4. नाडी शुद्धि प्राणायाम- सांस संबंधी दिक्क्तों को दूर करने का यह एक और प्रभावी व्यायाम है। नाड़ी शोधन से पूरे शरीर को उचित मात्रा में आॅक्सीजन की प्राप्ति होती है, यह शरीर में ऊर्जा को बढ़ाता है और तनाव व चिंता में कमी लाता है। इस एक्सरसाइज को घर पर रोजाना 11 राउंड तक करना है।
5. भ्रामरी- भ्रामरी प्राणायाम को हमिंग बी ब्रीदिंग तकनीक के नाम से भी जाना जाता है। यह बेहद असरदार और लाभदायक प्राणायाम है। यह एक ऐसी साधारण प्रक्रिया है, जिसे घर या आॅफिस कहीं भी किया जा सकता है। इस प्राणायाम से व्यक्ति का मन क्रोध, चिंता और निराशा से दूर हो जाता है।
नारायण सेवा संथान के प्रेसीडेंट प्रशांत अग्रवाल ने कहा, ‘‘महामारी ने हर एक व्यक्ति को घर के अंदर सीमित कर दिया है। ऑनलाइन योग सत्र से दिव्यांगों को विभिन्न आसन सीखने में मदद मिलेगी। ये ऐसे आसन हैं, जो दिव्यांगों के लिए उपयोगी साबित होंगे। फिलहाल दिव्यांग लोग अपनी फिटनेस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं क्योंकि वे घर में ही कैद होकर रह गए हैं और उनकी आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। यह पहल उन्हें लंबे समय तक राहत देने और फिट रहने की नियमित आदत के रूप में इसे अपनाने में मददगार होगी।’’
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2021 पर, भारत दुनिया भर के लोगों में आध्यात्मिक अनुशासन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए ‘कल्याण के लिए योग’ विषय पर एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। दुनिया भर में संदेश भेजने के लिए दिव्यांग व्यक्ति और बच्चे भी इस योग सत्र में भाग लेंगे।