राजस्थान में आरपीएससी की टीचर भर्ती परीक्षा मामले में भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बुधवार के दिन एक और बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने इस मामले में एसओजी अफसरों के ही अधिकारियों के द्वारा मुख्य आरोपियों को भगाने की भूमिका के आरोप लगाए है।
जयपुर (jaipur). राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने आर पी एस सी (RPSC) पेपर लीक होने वाले मामले में आज एक और बड़ा धमाका किया है (rajasthan news)। जनरल नॉलेज का लीक पेपर शनिवार को चलती बस में हल कराया जा रहा था, इसी बस से उदयपुर के एसपी के पास फोन गया और बहुत बड़ा कांड खुल गया (rajasthan crime news)। इस मामले में अब तक 61 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका फरार है।
सुरक्षित जगह पर पहुंचे आरोपी- सांसद मीणा
किरोड़ी लाल मीणा का आरोप है कि इन दोनों बदमाशों को एसओजी के ही अधिकारी ने सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया है। मीणा का दावा है कि इस अधिकारी का नाम उन्होंने एटीएस एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ को दे दिया है। मीणा ने कहा कि शनिवार सवेरे ही पता लग गया था कि भूपेंद्र और सुरेश की भूमिका इस पूरे मामले में है, तो उन दोनों को गिरफ्तार करने में पुलिस ने इतनी देर क्यों की दोनों को भागने का मौका क्यों दिया (rajasthan updates)।
अफसरों से आरोपियों की थी पुरानी जान पहचान
मीणा ने कहा कि इन दोनों बदमाशों से एटीएस के उस अफसर की पुरानी जान पहचान है, लेकिन पहले भी एडीजी अशोक राठौड़ ने कोई कार्रवाई नहीं की और अब भी एडीजी अशोक राठौड़ कोई कार्यवाही करते नजर नहीं आ रहे हैं। उधर जयपुर और उदयपुर पुलिस इस पूरे मामले में जांच पड़ताल कर रही है। जयपुर और उदयपुर से अब तक करीब 61 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें मास्टरमाइंड भूपेंद्र की पत्नी और उसकी प्रेमिका भी शामिल है। लीक पेपर (paper leak) के साथ साथ ही फर्जी मार्कशीट के गोरखधंधे का भी खुलासा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि सांसद किरोड़ी लाल मीणा मंगलवार को जयपुर में बड़ा खुलासा कर चुके हैं। किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस पूरे कांड में तीन मंत्री और 5 विधायक शामिल हैं। तीन मंत्री में से दो तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद खास हैं। इसलिए इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराना बेहद जरूरी है, लेकिन अभी तक सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। वह जांच के नाम पर लीपापोती कर रही है।