जयपुर में गोविंद देव जी मंदिर के महंत अंजन गोस्वामी की बहू ने किया सुसाइड, पति से चल रहा था अनबन

गोविंद देव जी मंदिर में हर दिन पांच लाख से ज्यादा लोग दर्शन करने आते हैं। महंत अंजन गोस्वामी ही मंदिर की देखरेख करते हैं। उनकी बहू के आत्महत्या की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। परिवार में दुख का माहौल है।

जयपुर : राजस्थान (Rajasthan) की राजधानी जयपुर (Jaipur) से बड़ी खबर सामने आ रही है। प्रसिद्ध गोविंद देव जी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी की बहू निवेदिता ने सुसाइड कर लिया है। उसका शव फंदे से लटकता मिला। जैसे ही परिजनों को इसकी जानकारी मिली हड़कंप मच गया। माणक चौक थाना पुलिस को तत्काल इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फंदे से उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

पति से चल रहा था अनबन
बताया जा रहा है कि मंदिर के प्रबंधक और महंत अंजन कुमार गोस्वामी के बेटे मानस गोस्वामी और बहू निवेदिता में कुछ अर्से से वैचारिक अनबन चल रही थी। आए दिन दोनों का विवाद हो रहा था। दोनों खवास जी के रास्ते पर महंत जी के मकान में ही रहते थे। मानस ही मंदिर का उत्तराधिकारी भी है। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक हर दिन की तरह मंगलवार को भी परिवार में कलह हुआ था। जिसके बाद सुबह 11 बजे निवेदिता का शव घर के एक कमरे में रस्सी से झूलता मिला। 

Latest Videos

पुलिस जांच में जुटी
हालांकि अभी आत्महत्या का कारण साफ नहीं हो सका है। पुलिस ने SMS अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करा, उसे परिजन को सौंप दिया है। निवेदिता ने जहां फांसी लगाई, वहां FSL की टीम सबूत जुटा रही है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ कर रही है।

प्रसिद्ध गोविंद देव जी मंदिर 
बता दें कि जिस गोविंद देव जी मंदिर में अंजन कुमार गोस्वामी महंत हैं, उसका इतिहास करीब 250 साल पुराना है। कहा जाता है कि मंदिर की स्थापना जयपुर शहर की स्थापना से भी पहले हुई थी। तब गोविंद देव जी की प्रतिमा जयपुर परकोटे के बीच नहीं बल्कि आमेर के पास कनक वृंदावन में विराजमान थी। भगवान गोविंद देव जी राजा जयसिंह के सपने में आए थे और उन्होंने कहा था कि मुझे ऐसी जगह पर रखो जहां से जनता आसानी से मेरा दर्शन कर सके। इसके बाद ही गोविंद देव जी की प्रतिमा को जयपुर परकोटे में विराजमान किया गया था। इस मंदिर भगवान कृष्ण का श्रृंगार एक राजा की तरह किया जाता है। उनकी पूजा अर्चना भी राजा की तरह ही होती है। इसी मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी अंजन कुमार गोस्वामी की है।

Govind Dev Ji temple

इसे भी पढ़ें-राजस्थान की सनसनीखेज खबरः ससुर-दामाद ने किया सुसाइड, डायरी में लिखा- मैं कायर नहीं

इसे भी पढ़ें-जयपुर में एक डॉक्टर ने खुद को दी खतरनाक मौत, डेडबॉडी के पास पड़ी मिली शीशी और सुसाइड नोट

Share this article
click me!

Latest Videos

हिंदुओं पर हमले से लेकर शेख हसीना तक, क्यों भारत के साथ टकराव के मूड में बांग्लादेश?
LIVE🔴: केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और पवन खेड़ा द्वारा प्रेस वार्ता
Kazakhstan Plane Crash: प्लेन क्रैश होने पर कितना मिलता है मुआवजा, क्या हैं International Rules
Atal Bihari Vajpayee की 100 वीं जयंती पर 'सदैव अटल' पहुंचे PM Modi, अर्पित की पुष्पांजलि
क्या बांग्लादेश के साथ है पाकिस्तान? भारत के खिलाफ कौन रह रहा साजिश