सरकार के आखिरी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाल दिवस के दिन गुड गवर्नेंस का मैसेज देने की प्रक्रिया के चलते स्टूडेंट को दिया तोहफा। बच्चों को पिलाएंगे दूध, बाटंगे यूनिफॉर्म। सवाई मान सिंह स्टेडियम में 67 लाख स्टूडेंट्स के लिए शुरू होगी यह योजना, 5 हजार स्टूडेंट्स के बीच आएंगे सीएम।
जयपुर (jaipur). राजस्थान में अब चुनाव में महज 1 साल से भी कम समय बचा है। ऐसे में अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसी भी हालत में गुड गवर्नेंस का मैसेज देना नहीं छोड़ना चाहते हैं। ऐसे में अब सरकार स्कूली बच्चों को दूध पिलाने के लिए और यूनिफॉर्म बांटने के लिए नई बाल गोपाल दूध और निशुल्क यूनिफॉर्म योजना लेकर आई है। इस योजना में करीब 67 लाख बच्चे लाभान्वित होंगे। योजना की शुरुआत कल यानि 15 नवंबर मंगलवार के दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में करेंगे। इस कार्यक्रम में स्कूलों के करीब 5 हजार बच्चों को भी बुलाया गया है।
3-3 छात्र छात्राओं को पिलाएंगे दूध, इनको मिलेगी फ्री ड्रेस
योजना के तहत दूध पाउडर और यूनिफॉर्म वितरण का जिम्मा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के जिम्मे में रहेगा। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में होने वाले मुख्य कार्यक्रम से ही इस योजना की शुरूआत होगी। जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 3 छात्र और 3 छात्राओं को दूध पिलाकर और यूनिफार्म देकर इस योजना की विधिवत शुरुआत करेंगे। आपको बता दें कि यह घोषणा कोई नई घोषणा नहीं है, क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गत बजट में ही इसकी घोषणा की थी। जिसके तहत स्कूलों में 2 दिन मंगलवार और शुक्रवार को दूध के वितरण की बात कही थी। वहीं इस योजना में पहली से लेकर आठवीं क्लास के बच्चों को निशुल्क यूनिफॉर्म दी जाएगी।
दूध की गुणवत्ता पर रहेगा दरोमदार
अब भले ही सरकार ने यह योजना शुरू कर गुड गवर्नेंस का मैसेज कर दिया हो। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि राजस्थान में सबसे ज्यादा मिलावट के पाउडर के दूध में ही होती है। अब देखना होगा कि इस योजना में स्कूलों को दिए जाने वाले पाउडर की गुणवत्ता कैसे होगी। हालांकि सरकार ने इसके लिए एक फर्म से टाईअप किया है। वही इस योजना का लाभ इस सेशन में बच्चों को करीब तीन से चार महीने ही मिल पाएगा क्योंकि इस सत्र की परीक्षा फरवरी महीने के अंत में ही शुरू हो जाएगी।
यह भी पढ़े- राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा आने से पहले टेंशन में अशोक गहलोत, इस शख्स ने बढ़ा दी मुख्यमंत्री की चिंता