कांग्रेस पार्टी राजस्थान में CM अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के विवाद को सुलझाने में लगी हुई है। इसी के चलते सितंबर महीने में जिन MLAs ने अपने इस्तीफे दे दिए थे, इसको वापस लेने के आदेश पार्टी के नए प्रभारी सुखजिंदर सिंह ने दे दिए है।
जयपुर (jaipur). राजस्थान में चुनाव का अब 1 साल से भी कम समय बचा है। कांग्रेस पार्टी राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के विवाद को सुलझाने में लगी हुई है। सितंबर महीने में जो 90 विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को अपने इस्तीफे दिए थे। अब सभी विधायक वह इस्तीफे वापस ले लेंगे। इस बात का आदेश राजस्थान आए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा नहीं दिया है। दरअसल इस मामले में विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से बातचीत भी की है। इसके बाद से ही विधायकों ने स्पीकर को अपने इस्तीफे वापस लेने की चिट्टियां भेजना भी शुरू कर दिया है।rajasthan news.
ये था पूरा मामला
आपको बता दें कि राजस्थान में 25 सितंबर को जब विधायक दल की बैठक बुलाई गई तभी पूरा सियासी ड्रामा हुआ था। जिसके बाद अशोक गहलोत खेमे के विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर को भेज दिया। राजस्थान में हालात इतने खराब हुए कि अजय माकन ने भी इस्तीफा दे दिया। हालांकि राजस्थान में इसके तुरंत बाद ही भारत जोड़ो यात्रा हुई। ऐसे में कांग्रेस के सुखजिंदर सिंह रंधावा को राजस्थान का प्रभारी बनाया गया।
सचिन- गहलोत विवाद करना था शांत
प्रभारी बनने के साथ ही रंधावा के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है वह राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच के विवाद को खत्म करें। इसीलिए उन्होंने राजस्थान में 2 दिन कार्यकर्ताओं से लेकर पार्टी के बड़े नेताओं से मीटिंग की और उनसे उनका फीडबैक लिया। वहीं उन्होंने विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से उनके सरकारी बंगले पर मुलाकात भी की।
विपक्ष विधानसभा सत्र में उठा सकती है इस्तीफे का मुद्दा
गौरतलब है कि राजस्थान में 23 जनवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है। विधानसभा उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत गुट के विधायकों के इस्तीफे को लेकर कोर्ट में रेट भी दायर कर सकती है। ऐसे में निश्चित है कि बीजेपी बजट सत्र शुरू होते ही स्पीकर से इन स्तीफो पर जवाब मांग की। इस पर जमकर बवाल होना तय था। ऐसे में राजस्थान प्रभारी ने यह फैसला किया। और विधानसभा स्पीकर से बातचीत की।
जल्द सुलझा देंगे सभी विवाद- कांग्रेस प्रदेश प्रभारी
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी ने यहां तक कि कहा कि मैं फाइव स्टार में बैठने वाला नहीं बल्कि लोगों के बीच बैठने वाला हूं राजस्थान में चल रहा विवाद भी जल्द ही सुलझा लेंगे। वही बीती शाम सचिन पायलट की राजस्थान प्रभारी रंधावा से लंबी बातचीत हुई है। इसके बाद ही रंधावा चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए हैं।