मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार प्रदेश में मानसूनी गतिविधी आज से कम हो जाएगी। हालांकि इस दौरान कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, अगस्त महीने में एक बार फिर से मानसून एक्टिव होगा।
जयपुर. राजस्थान में शुक्रवार से मौसम फिर करवट ले रहा है। मानसूनी गतिविधियों के उत्तर की तरफ शिफ्ट होने से प्रदेश में अब बरसात की गतिविधियां बेहद कम हो जाएगी। जिसका तीन अगस्त तक जारी रहेगा। यानी आगामी करीब एक सप्ताह तक प्रदेश में भारी से अति भारी बारिश की गतिविधियां देखने को नहीं मिलेगी। हालांकि कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जरूर देखने को मिल सकेगा। मौसम विज्ञान केंद्र ने इस संबंध में भविष्यवाणी जारी की है।
शुक्रवार को यहां हल्की बारिश संभव
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार प्रदेश में मानसूनी गतिविधी आज से कम हो जाएगी। लेकिन, कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश से इन्कार नहीं किया जा सकता। पूर्वी राजस्थान के अजमेर, जयपुर, कोटा, भरतपुर व उदयपुर तथा पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर व जोधपुर संभाग में कुछ स्थानों के कुछ अलग अलग स्थानों पर इस दौरान बारिश हो सकती है। जो तेज गति से होने की संभावना नहीं है।
फिर बढ़ेगा तापमान
राजस्थान में मानसूनी गतिविधियां कम होने से आगामी दिनों में गर्मी का असर फिर बढ़ सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस दौरान पूरे प्रदेश के तापमान में दो से पांच डिग्री तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है। इससे पहले गुरुवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा नागौर में 35.5 डिग्री दर्ज हुआ। इसके बाद पश्चिमी राजस्थान के ही हनुमानगढ़ जिले के संगरिया में 35.4 तथा श्रीगंगानगर में 35 डिग्री पारा दर्ज हुआ।
एक सप्ताह तक रहेगा ब्रेक, 3 से लौटेगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून पर करीब एक सप्ताह का ब्रेक रहेगा। विभाग के अनुसार राजस्थान राज्य में अगले एक सप्ताह के लिए हल्की मौसम गतिविधि देखी जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार मानसून की ट्रफ लंबी अवधि के लिए अपने सामान्य स्थान के दक्षिण में अच्छी तरह से स्थित रही। जिसके चलते जैसलमेर, बाड़मेर, फलोदी और पोखरण जैसे राज्य की अंतिम चौकियों तक अच्छी बारिश हुई। लेकिन, पश्चिमी हिमालय पर आने वाले एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में मॉनसून ट्रफ उत्तर की ओर बढ़ गया है।
श्रीगंगानगर, नारनौल, आगरा, प्रयागराज, रांची, कोलकाता से होते हुए मणिपुर की ओर जा रहा है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान के मध्य भागों पर बना हुआ है, जो कि एक स्तर से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। जिससे एक सप्ताह तक मानसूनी गतिविधियां राजस्थान से शिफ्ट रहेगी। हालांकि 3 अगस्त बाद मॉनसून ट्रफ फिर दक्षिण की ओर शिफ्ट होगी। जिससे अगस्त महीने में बरसात फिर रफ्तार पकड़ लेगी।
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