जालोर में 9 साल के दलित छात्र की मौत से जुड़े मामले में रोजाना नई-नई जानकारी सामने आ रही है। इस केस को लेकर राजनीति जोरो से हो रही है। अब 36 कौम एक हो गई है। कौम के लोगों का कहना है कि छूआछूत एवं जातिवाद को लेकर हमारे जिले का माहौल खराब मत करो।
जालोर (राजस्थान). जालोर मामले में अब धीरे धीरे सच्चाई सामने आ रही है। बच्चे इंद्र की मौत के बाद लगातार हो रही राजनीति को लेकर अब 36 कौम एक हो गई है। कौम के लोगों का कहना है कि हमारे जिले का माहौल खराब मत करो। 36 कौम के लोग बड़ी संख्या में जालोर में स्थित मलकेश्वर मठ में जमा हुए और छूआछूत एवं जातिवाद के खिलाफ हल्ला बोल दिया। कौम के लोगों ने आरोप लगाया कि बच्चे की मौत छूआछूत और जातिवाद के कारण हुई यह गलत है। मलेश्वर मठ में तीन घंटे की बैठक हुई और इस बैठक के बाद कौम के लोगों ने कलक्टर और एसपी को अपनी छह मांगों का ज्ञापन दिया और उसके बाद इंद्र को पुष्पांजलि दी गई।
36 कौम के लोग बोले गलत माहौल बनाया जा रहा, ऐसा नहीं करें
गुरुवार को मलकेश्वर मठ में हजारों लोग जुटे थे। सवेरे से दोपहर तक लोग जुटते गए और फिर शाम तक बैठकें होती रहीं। लोगों का कहना था कि जिले में और जिले के गावों में इतने सालों से सभी कौम के लोग साथ रह रहे हैं। मिल जुलकर सारे काम होते हैं सभी त्योंहार साथ मनाते हैं। शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटना हो नहीं सकती। इंद्र की मौत हादसे में हुई है और इसे माहौल के रुप में लिया जा रहा है। जबरन माहौल बनाया जा रहा है यह गलत है। इस तरह का माहौल बनाना सही नहीं है। कौम के लोगों ने अपनी मांगों को लेकर कलक्टर को ज्ञापन दिया है। उल्लेखनीय है इस रैली के दौरान शहर में जाम के हालात बने लेकिन शांतिपूर्ण मामला चलता रहा। कुछ घंटों के बाद सभाएं विसर्जित हो गई।
यह था मामला
करीब एक महीने पहले जालौर में एक दलित किशोर द्वारा स्कूल में पानी के मटके को हाथ लगाने पर उसके टीचर छैल सिंह ने उसे इतनी बुरी तरीके से पीटा था कि वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद उसे इलाज के लिए अहमदाबाद ले जाया गया। यहां 24 दिन इलाज चलने के बाद किशोर की मौत हो गई। घटना का विरोध इतना बड़ा की जालौर में नेट बंद करना पड़ा। वहीं पुलिस को भीड़ खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज का भी प्रयोग करना पड़ा।