सांप्रदायिक हिंसा के बाद जिले में तनावपूर्ण महौल बना हुआ है। पुलिस और जिला प्रशासन ने दोनों समुदायों से शांति की अपील की है। ईद को देखते हुए चौराहे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती है। बड़े अफसर भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
जोधपुर : राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) में हुए बवाल को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के चाक-चौबंद बढ़ा दिए हैं। जालोरी गेट पर सोमवार रात को हुए हंगामे के बाद हालात की गंभीरता देखते हुए प्रशासन ने पूरे जिले में अगले आदेश तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। मंगलवार अलसुबह जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने इसका आदेश जारी किया। इधर, सुबह होने वाली ईदगाह की नमाज को ध्यान में रखते हुए पुलिस का शहर के सभी स्वेदनशील इलाकों ने भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है।
मुफ्ती की अपील
हिंसा को देखते हुए मुफ़्ती आजम राजस्थान शेर मोहम्मद ने एक अपील जारी कर मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि मौजूदा हालात देखते ज्यादा से ज्यादा लोग अपने नजदीक की मस्जिदों में नमाज अदा करे। गौरतलब है कि ईद की नमाज के लिए ईदगाह पर बड़ी संख्या में लोग यहां आते है। इसके चलते नमाज पढ़ने वाले जालोरी गेट तक बैठते है।
जालोरी गेट पर क्यों भड़की हिंसा
दरअसल, ईद की नमाज ईदगाह पर पढ़ी जाती है। ईदगाह जालोरी गेट से थोड़ी ही दूरी पर है। नमाज के दौरान भीड़ चौराहा तक सड़क पर नमाज पढ़ती है। लेकिन जब सोमवार रात इसकी तैयारियों को लेकर जालोरी गेट पर बड़े झंडे और बैनर के साथ लाउडस्पीकर लगाए गए तो इसका विरोध शुरू हो गया। बड़ी संख्या में लोग वहां जुट गए। इसको लेकर आपत्ति जताई, जिसके बाद बवाल बढ़ गया। कुछ ही देर में भीड़ ने झंडे बैनर फाड़ दिए और लाउड स्पीकर भी हटा दिया। जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया और फिर जमकर पथराव हुआ। इसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए।
इसे भी पढ़ें-करौली हिंसा पर गहलोत सरकार करने जा रही अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने बना लिया पूरा प्लान
इसे भी पढ़ें-करौली हिंसाः कागजों में छपा विक्टिमों का दर्द, मुख्य आरोपी अभी भी फरार