राजस्थान के जोधपुर में 8 अक्टूंबर के दिन हुए गैस ब्लास्ट में अभी तक 8 लोगों की जान जा चुकी है। रविवार देर रात से सोमवार 17 अक्टूंबर दोपहर तक 2 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं अभी तक 3 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। जिनका इलाज जारी है।
जोधपुर. जोधपुर के माता का थान इलाका में 8 अक्टूबर की दोपहर आठ से 10 सिलेंडर में एक साथ हुए धमाकों के बाद जो कोहराम मचा वह अभी तक थमा नहीं है। 8 नवंबर से लेकर अब तक इस धमाके में 8 लोगों की जान जा चुकी है। रविवार तक 6 लोगों की मौत हुई थी रविवार देर रात से आज दोपहर तक 2 लोगों की जान और जा चुकी है। मृतकों में एक अशोक नाम का व्यक्ति भी है ,जिसने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए कई लोगों की जान बचाई थी। हालांकि अब उसकी मौत हो चुकी है। उसके तीन बच्चे हैं जिनकी उम्र 5 साल 3 साल और 2 महीने है।
बचाने गए की जान जाने पर, परिवार ने मांगा मुआवजा
अशोक के परिजनों ने अब सरकार से नौकरी और 25 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है और इसे लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। दरअसल जोधपुर के माता का थान इलाके में रहने वाले भोमाराम और उसके साले सुरेश ने गैस सिलेंडर की अवैध रिफिलिंग का काम कर रखा था। वे लोग सिलेंडरों से गैस निकालकर अन्य सिलेंडर में भरते थे। 8 अक्टूबर को भी यही काम चल रहा था। तभी ये हादसा हो गया। भोमाराम के पड़ोस में रहने वाले अशोक ने परिवार के 3 लोगों को मौत के मुंह से तो बचा लिया लेकिन 8 दिन तक संघर्ष करने के बाद आज उसकी मौत हो गई।
अब तक 8 लोगों की गई जान
अशोक की मौत से पहले भोमाराम के परिवार के एक अन्य सदस्य ने भी दम तोड़ दिया। इस पूरे घटनाक्रम में 16 लोग अस्पताल में पहुंचाए गए थे। उनमें से आठ की जान जा चुकी है। 5 अभी भी अस्पताल में भर्ती है। जिनमें से तीन की हालत बेहद गंभीर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख की सहायता देने की घोषणा की है।
अवैध तरीके से भर रहे थे सिलेंडर तब हुआ था हादसा
8 अक्टूंबर की दोपहर के समय घर के बाहर सिलेंडर से भरा हुआ पिकअप खड़ा हुआ था। घर के अंदर भोमाराम और उसका साला सुरेश एक सिलेंडर से दूसरे सिलेंडर में अवैध तरीके से गैस रिफिल कर रहे थे। इस दौरान गैस लीकेज होने लगी। गैस लीकेज को चेक करने के लिए जैसे ही माचिस की तीली जलाई गई तेज धमाका हुआ। इस धमाके में भोमाराम, उसके तीन बच्चे पत्नी समेत अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है।
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