राजस्थान के कोटा शहर से शॉक करने वाला मामला सामने आया है। प्रदेश की शिक्षा की नगरी कहे जाने वाले कोटा शहरों में फिर 3 बच्चों ने दी जान। बच्चों के इस तरह से सुसाइड करने की खबर के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
कोटा (kota). पढ़ाई का बढ़ता प्रेशर ले रहा है बच्चों की जान। आगे बढ़ने की होड़, जल्दी तरक्की और उन्नति पाने की अंधी दौड़ में बच्चों का जीवन सुसाइड तक पहुंच रहा है। कोटा में आज कुछ ही देर के दौरान 3 बच्चों की लाशें मिली तो पूरा कोटा दहल गया। 3 में से 2 लाशें तो दो दोस्तों की थी जो 7 महीने से एक ही हॉस्टल में रह रहे थे। माता पिता ने उन्हें पढ़ने भेजा था, लेकिन आज जब उनकी लाशों के बारे में माता-पिता को पता चला तो उनका हाल रो-रोकर बेहाल हो गया।
दोनो दोस्त ने साथ में बिताए 7 महीने, साथ में करते थे पढ़ाई
कोटा शहर के कुन्हाड़ी और तलवंडी थाना पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है। तलवंडी थाना पुलिस ने इस घटनाक्रम के बारे में बताएं कि बिहार के रहने वाले उज्जवल और अंकुश कोटा शहर के एक नामी कोचिंग संस्थान से आईआईटी की तैयारी कर रहे थे। दोनों तलवंडी थाना इलाके में स्थित राधाकृष्ण मंदिर के पास हॉस्टल में करीब 7 महीने से रह रहे थे। दोनों की उम्र 17- 17 साल थी।
फोन नहीं उठाया तो रूम में जाकर देखा, नजारा देख शॉक्ड रह गया दोस्त
तलवंडी पुलिस ने बताया कि आज सवेरे अंकुश के दोस्त प्रिंस ने उसको फोन किया, लेकिन उसने कॉल नहीं उठाया। प्रिंस ने पुलिस को बताया कि वह लोग दोपहर में साथ ही लंच लेते थे और लंच के लिए ही वह उसे फोन कर रहा था। लेकिन अंकुश ने फोन नहीं उठाया तो वह उसके हॉस्टल में गया। पता चला कि हॉस्टल में उसका कमरा अंदर से बंद है। खिड़की से देखा तो वह अंदर फंदे से लटका हुआ था। इसकी सूचना आग की तरह आसपास के सभी हॉस्टल में फैल गई।
दोनो दोस्तों ने अपने अपने रूम में किया सुसाइड
अंकुश के पास वाले रूम में ही उज्जवल भी था। जैसे ही अंकुश की मौत की सूचना कोटा शहर के आसपास के हॉस्टलों में पहुंची तो उज्जवल की बहन भी वहां आ पहुंची। उसने उज्जवल का कमरा खटखटाया, लेकिन उज्जवल ने कमरा नहीं खोला। पुलिस ने उज्जवल की बहन की मदद की और कमरे को धक्का मारकर खोला तो देखा उज्जवल भी सामने लटका हुआ है। दोनों दोस्त ने साथ ही जान दे दी। प्रिंस ने पुलिस को बताया कि वह कुछ दिन पहले ही वापस बिहार से लौटा था। दिवाली पर बिहार गया था तो उसका एक्सीडेंट हो गया था और इस कारण कई दिन अपने घर पर ही रेस्ट ले रहा था।
अन्य हॉस्टल में भी छात्र की बॉडी मिली
इसी तरह कुन्हाड़ी थाना इलाके में भी एक छात्र ने अपनी जान दे दी। कुन्हाड़ी पुलिस ने बताया कि एमपी का रहने वाला प्रणव वर्मा 2 साल से कोटा में रहकर पढ़ाई कर रहा था । कल रात को उसने अपने दोस्तों के साथ चावल खाए थे और कुछ चावल वह अपने रूम में ले गया था। आज तड़के वह अपने रूम के बाहर अचेत मिला। दोपहर होते होते उसकी मौत हो गई ।उसके परिवार ने फिलहाल इस बारे में कुछ भी जानकारी देने से इंकार कर दिया है।