राजस्थान के सीकर जिल से एक दुखद खबर सामने आई है। जहां का एक युवक 45 दिन पहले विदेश में नौकरी करने के लिए गया था। घरवाले सोच रहे थे कि उनका बेटा पैसा भेजने वाला है। लेकिन जब पैसे की जगह उसकी लाश घर आई तो कोहराम मच गया।
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले से विदेश कमाने गए युवक की संदिग्ध हालत में मौत के बाद परिजनों को उसका शव 45 दिन बाद मिला। जिले के खंडेला कस्बे का दायरा गांव निवासी कैलाश सैनी (35) पुत्र प्रभु दयाल सैनी करीब पांच साल पहले सऊदी अरब में मजदूरी करने के लिए गया था। जहां कुछ सालों तक तो वह परिजनों के संपर्क में रहा। लेकिन, एक दिन अचानक उसने परिजनों से तीन लाख रुपए की मांग की। जो उसे पहुंचाने के बाद से ही परिजनों का उससे संपर्क टूट गया। इसके बाद सीधे परिवार को उसकी मौत की ही सूचना मिली। जिसके शव के लिए प्रयास किया तो लंबी जद्दोजहद के बाद 45 दिन बाद उसका शव परिजनों को मिल सका। परिजनों ने युवक की हत्या की जांच आशंका जताते हुए जांच करवाने की मांग भारत सरकार से की है।
2016 में गया था विदेश
परिवार की आर्थिक हालत खराब होने पर कैलाश सैनी 2016 में सऊदी गया था। जहां मजदूरी करके वह परिवार का भरण पोषण कर रहा था। परिजनों के अनुसार शुरुआती करीब तीन साल तक तो वह परिजनों से फोन पर बात कर संपर्क में रहा। लेकिन, धीरे धीरे उसने घर बात करना कम कर दिया। इसके बाद उसने एक दिन परिजनों को तीन लाख रुपए की जरुरत होन की बात कही। जो परिजनों ने जैसे-तैसे जुगाड़ कर उस तक वह पहुंचाए। पर इसके बाद से ही कैलाश की घर बातचीत बंद हो गई। काफी दिनों तक फोन पर बात नहीं हुई तो भाई ने उसके नजदीकी लोगों से संपर्क किया। जिसमें उसे कैलाश की मौत होने की जानकारी मिली। ग्रामीणों की मदद से लंबे प्रयासों के बाद आखिरकार शुक्रवार को उसका शव घर पहुंच पाया।
शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम
मृतक कैलाश का शव शुक्रवार को पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। मां व पत्नी का रो- रोकर बुरा हाल हो गया। बड़ी मुश्किल से उन्हें संभाला गया। जानकारी के अनुसार तीन भाइयों में सबसे छोटे कैलाश की करीब 10 साल पहले शादी हुई थी। उसके 9 साल का एक बेटा भी है। पिता की पहले ही मौत हो चुकी है।