राजस्थान के पाली जिले में जैन धर्म की यात्रा पहुंची है। यह यात्रा अभी तक 52 हजार किमी तक का सफर तय कर चुकी है। जैन धर्म की यात्रा 2 देशों के बाद भारत पहुंची और यहां के 23 राज्यों से होकर गुजरेगी। जानिए इस यात्रा के बारे में सबकुछ।
पाली (pali). कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को आज राजस्थान में प्रवेश किए हुए 12 दिन पूरे हो चुके हैं यात्रा अब तक करीब 200 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर चुकी है। सभी लोग इस यात्रा में हो रही भीड़ को लेकर काफी उत्साहित है कोई इसे रिकॉर्ड भीड़ बता रहा है तो कोई इसे अब तक की सबसे ऐतिहासिक यात्रा बता रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजस्थान में वर्तमान में एक धार्मिक यात्रा ऐसी भी है जो भारत जोड़ो यात्रा से कई गुना ज्यादा किलोमीटर का सफर तय कर रही है। यात्रा अब राजस्थान के पाली शहर में पहुंची है। जहां यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।
जैन संप्रदाय की है यह यात्रा, 3 देशों तक जा चुकी है
दरअसल यह यात्रा राजस्थान में जैन संप्रदाय की ओर से निकाली जा चुकी है। केवल राजस्थान ही नहीं देश के करीब 10 से ज्यादा राज्यों में इसी यात्रा का रूट है। यात्रा अपने पूरे रूट में 3 देशों और 23 राज्यों में सफर करेगी। यह यात्रा केवल भारत देश ही नहीं बल्कि नेपाल और भूटान में भी जा चुकी है। इसके अलावा भारत के हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, केरल, तेलंगाना और कर्नाटक समेत करीब 20 से ज्यादा राज्यों से होकर यह यात्रा गुजर चुकी है।
नशा मुक्ति और वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश देने की जा रही यात्रा
हम बात कर रहे हैं आचार्य महाश्रमण की ओर से नशा मुक्ति और वसुदेव कुटुंबकम के उद्देश्य से निकाली जा रही यात्रा की। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशे से दूर रखना और एकता के भाव के साथ जीवन जीने का संदेश देना है। इस यात्रा का नतीजा यह निकला कि अब तक हजारों गांवों और ढाणियों शहरों के लोगों ने नशे से दूरी बना ली है। इस यात्रा के दौरान केवल जैन धर्म ही नहीं कई अन्य धर्मों के लोग भी इसमें शामिल हो रहे हैं। यात्रा के दौरान दलाई लामा समेत कई धर्म गुरुओं से आचार्य महाश्रमण ने मुलाकात भी की है।
52 हजार किमी से ज्यादा चल चुकी है
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 50 लाख से ज्यादा लोग अब तक इस यात्रा से मोटिवेट होकर शाकाहारी बन चुके हैं। आचार्य महाश्रमण की यात्रा अबतक करीब 52 हजार किलोमीटर से ज्यादा चल चुकी है। जबकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का सफर केवल 35 सौ किलोमीटर का ही है। इतना ही नहीं इससे पूर्व भारत में निकली दांडी यात्रा समेत कई यात्रा भी इससे बेहद छोटी थी। आचार्य महाश्रमण तेरापंथ के 11 वें धर्म गुरु हैं।