कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से हरियाणा पहुंच गई है। लेकिन राजस्थान में यात्रा के दौरान का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यात्रा के दौरान अपने जूते की लेस बांधी। लेकिन बीजेपी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया कि जितेंद्र सिंह ने राहुल गांधी के जूते के लेस बांधी।
अलवर. खबर राजस्थान के अलवर जिले से हैं । खबर यह नहीं है कि राहुल गांधी की यात्रा राजस्थान से निकलकर हरियाणा पहुंच गई है। खबर यह है कि राहुल गांधी की यात्रा में पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने अपने जूते की लेस बांधी। जूते की लेस बाधंते हुए वीडियो भारतीय जनता पार्टी के आईटी हेड अमित मालवीय ने ट्वीट किया है, उनका दावा है कि जितेंद्र सिंह अपने साथ ही चल रहे राहुल गांधी के जूतों की लेस बांध रहे हैं । उन्होंने इस पर कई आपत्तिजनक टिप्पणी भी की है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम की सच्चाई कुछ और है । जितेंद्र सिंह ने इसका खंडन किया है और अब तैयारी की है अमित मालवीय के खिलाफ कोर्ट में जाने की और मानहानि का दावा करने की.....।
राहुल गांधी रुके और नेता बांधने लगे अपने जूते के लेस
दरअसल राजस्थान की राजनीति अब जूते तक आ पहुंची है। नेता इस स्थिति में आ गए हैं कि जूतों की बातें करने लगे हैं। यह पूरा घटनाक्रम उस समय का है जब 2 दिन पहले राहुल गांधी अलवर में थे और वे अलवर से ही आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह के साथ कदमताल कर रहे थे । जितेंद्र सिंह ने एक वीडियो जारी करके खंडन किया है कि मैं राहुल गांधी के साथ जरूर चल रहा था। तभी उन्होंने कहा कि आपके जूतों के लेस खुल गई है, तो मैंने उनको कहा कि आप मेरे साथ रहें .... अगर एकदम से भीड़ आती है तो मेरे ऊपर गिर सकती है । इतनी देर में मैं मेरी लेस पहन लूंगा। हुआ भी ऐसा ही, कुछ सेकेंड के लिए राहुल गांधी और यात्रा दोनों रुक गए लेकिन उसके बाद यात्रा फिर शुरू हो गई ।
क्या पाताल में चली जाएगी राजस्थान की राजनीति...
इसका एक वीडियो भारतीय जनता पार्टी के आईटी हेड अमित मालवीय ने ट्विटर पर डाला है और कांग्रेस और जितेंद्र सिंह के लिए बुरा भला कहा है । साथ ही राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया है । जितेंद्र सिंह ने कहा है कि अगर अमित मालवीय माफी नहीं मांगते हैं तो वह इस मामले को कोर्ट तक लेकर जाएंगे और मानहानि का दावा करेंगे । इस वीडियो से अब यह देखा जा सकता है कि राजस्थान में राजनीति जूते तक तो आ पहुंची है, अब क्या पाताल में चली जाएगी राजस्थान की राजनीति......?