नारायण सेवा संस्थान उदयपुर के हिरणमगरी इलाके में पिछले करीब 50 सालों से ज्यादा समय से संचालित हो रहा है। जिसने अब तक जन सहयोग से करीब एक लाख से ज्यादा दिव्यांगों का ऑपरेशन और सर्जरी करवाई है। अब 50 जोड़ों की शादी की गई
वीडियो डेस्क। आमतौर पर हम शादियों में दूल्हा-दुल्हन को महंगी गाड़ियों,हेलीकॉप्टर आदि में आते हुए देखते हैं। लेकिन राजस्थान में सोमवार रात एक ऐसी शादी हुई जिसमें दूल्हा-दुल्हन महंगी गाड़ियों और हेलीकॉप्टर की बजाय व्हील चेयर पर मंडप में पहुंचे। दरअसल यह वाकया राजस्थान के उदयपुर जिले का है। जहां नारायण सेवा संस्थान ने 38 वीं बार दिव्यांग और गरीबी युवक-युवतियों के 50 जोड़ों की शादी करवाई। दरअसल नारायण सेवा संस्थान पिछले करीब 50 सालों से ज्यादा समय से राजस्थान सहित अन्य राज्यों के विकलांगों या अन्य असहाय बच्चों का भरण पोषण करता आ रहा है।
सोमवार रात हुई यह शादी भी आम शादियों की तरह ही हुई। यहां भी हर 1 वर्ष में पूरी की गई जो आम शादियों में की जाती है। सोमवार रात 50 जोड़ों ने एक दूसरे को माला पहनाई और सात फेरों के सातों वचन लिए। इस दौरान सभी जोड़ों पर गुलाब की पत्तियों की वर्षा भी की गई। नारायण सेवा संस्थान से जुड़े अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि इन जोड़ो में ज्यादातर युवक-युवती दिव्यांग थे। जिनकी संस्थान की ओर से सर्जरी भी करवाई जा चुकी है। इसके साथ ही सभी को उनकी रूचि के अनुसार अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने की ट्रेनिंग भी दी गई है।
संस्थान अबतक लाखों दिव्यांगों का करवा चुका है इलाज
नारायण सेवा संस्थान उदयपुर के हिरणमगरी इलाके में पिछले करीब 50 सालों से ज्यादा समय से संचालित हो रहा है। जिसने अब तक जन सहयोग से करीब एक लाख से ज्यादा दिव्यांगों का ऑपरेशन और सर्जरी करवाई है। इसके अलावा समय-समय पर असहाय बच्चों को गोद लेने का काम भी संस्थान द्वारा किया जाता है। इसके साथ ही कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में भी संस्थान ने जनता का काफी सहयोग किया। ऐसे असहाय और दिव्यांगों की सेवा करने के लिए जनता भी संस्थान को करोड़ों रुपए का ध्यान देती है।
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