राजस्थान के भरतपुर में एक परिवार ने सिर्फ इसलिए शादी तोड़ दी कि उनको दहेज का सामान पसंद नहीं आया। एफआईआर दर्ज।
भरतपुर. शादी का एक अनूठा मामला सामने आया है जहां दहेज का सामान पसंद नहीं आने पर लड़के वालों ने लड़की के पिता पर पत्थरों से हमला किया और उनके साथ गाली-गलौज करके अपने घर से भगा दिया। लड़की के पिता ने एफआईआर दर्ज कराते हुए बताया कि उनकी बेटी की शादी 21 अप्रैल को तय थी लेकिन अब लड़के वाले पहले से दिए गए दहेज के सामान को घटिया बता कर शादी करने से मना कर रहे है।
घर वालों ने फेंके पत्थर
मामला भरतपुर के मथुरा थाना क्षेत्र का है जहां भरतपुर के कृषि अनुसंधान विभाग के टेक्निकल अधिकारी की बेटी की शादी ब्रज नगर के रहने वाले लखन सिंह के बेटे सोनवीर चौधरी के साथ 21 अप्रैल को तय थी। मंगलवार को जब वे अपने रिश्तेदारों के साथ शगन का सामान लेकर लड़के वालों के घर पहुंचे तो उन लोगों ने गेट लॉक कर लिया और गाली-गलौज करते हुए उन पर पत्थर फेकने लगे।
लड़की वालों ने कारण जानना चाहा तो उन्होने दहेज का सामान घटिया होना बताया और कहा कि यह हमारे स्टेटस के हिसाब का नहीं है। दहेज को कम बताते हुए अच्छा और ज्यादा की मांग करने लगे पर जब पूंछा कितना और चाहिए तो उसका जवाब नहीं दिया।
शादी से 10 दिन पहले पहुचाया दहेज
लड़की के पिता ने बताया कि दहेज में AC,फ्रिज, वाशिंग मशीन, टीवी सहित अन्य जरूरी सामान शादी के 10 दिन पहले ही लड़के वालों के यहां पहुचा दिया था तब तो उन्होने कोई शिकायत नहीं की कोई दिक्कत नहीं थी सब कोई खुश था। दोनों परिवारों के शादी के कार्ड भी छप गए तो आज तक कोई शिकायत क्यो नहीं की ।
प्री वेडिंग शूट कराया फिर भी मना किया
रिश्ता तय होने के कुछ दिन बाद दोनों लड़का लड़की ने राजस्थान की कई खूबसूरत लोकेशन पर जाकर अपनी शादी का प्री-वेडिंग शूट कराया। सब कुछ अच्छा चल रहा था सोशल मीडिया पर प्री-वेडिंग शूट के फोटो और विडियों डालकर शादी के दिनों के नजदीक आने के मैसेज कर रहे थे। फिर जैसे ही शादी के कुछ ही दिन बचे तो लड़के के घर वाले दहेज घटिया होने का बहाना देने लगे।
क्या करता है सोनवीर
लड़की की और सोनवीर की सगाई पिछले साल 7 फरवरी को हुई फिर रिंग सेरेमनी व गोद भराई का कार्यक्रम 22 अप्रैल 2021 को हुआ। सोनवीर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।और पुणे की सॉफ्टवेयर कम्पनी में काम करता है।वहीं लड़की ने कॉमर्स में मास्टर्स किया है।
पुलिस ने मामला किया दर्ज
लड़की के पिता ने मथुरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई वहां से पीड़ित पक्ष को महिला थाना भेजा गया। पुलिस ने जब इस मामले की जांच के लिए लड़के वालों का पक्ष जानना चाहा तो घर के अंदर की महिलाओं ने न ही घर का दरवाजा खोला और न ही कोई बात करने की कोशिश की।