राजस्थान में हिंसा के बाद नेट बैन होने के बावजूद लोगों ने इसे चालू करने के तरीके खोज फेक मैसेज फैलाए एक्सपर्ट ने समझाया कि ऐसे सर्वर के इस्तेमाल से आपकी व्यक्तिगत जानकारी लीक हो सकती है और आपका खाता खाली हो सकता है।
जोधपुर. आपने जुगाड़ से जुड़ी हुई खबरें सुनी और देखी भी होंगी कि कैसे व्यक्ति अपने काम पूरा करने के लिए जुगाड़ का सहारा लेता है। ऐसा ही वाकया राजस्थान में देखने को मिला है, जहां उन्होंने ऐसा जुगाड़ लगाया है कि इसके आगे प्रशासनिक अफसरों ने माथा पीट लिया है। मामला जोधपुर का है। 10 थाना क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट बंद है। बावजूद नेट बंद ग्रस्त इलाकों से इंटरनेट चलने के मामले सामने आ रहे है। नेट बंद होने के बावजूद भी जुगाड़ से उसे चलाया जा रहा है और सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाली जा रही है। पुलिस ने 3 केस भी दर्ज किए हैं। आरोपियों की तलाश जारी है।
जोधपुर के 10 थाना क्षेत्रों में 3 मई से बंद है नेट
जोधपुर हिंसा और कर्फ्यू के बाद 3 मई से इंटरनेट बंद है। इसकी वजह से सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं हो रही है, लेकिन सरकार के इंटरनेट बंद करने के निर्देशों के बावजूद भी मोबाइल से लोग नेट चला रहे हैं । इसको लेकर जिला कलेक्टर और एसपी दोनों चिंतित हैं। जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि साइकल प्रो नामक एक मोबाइल एप्लीकेशन है, उसके जरिए इंटरनेट जारी है। नेट बंदी का भी इंटरनेट पर असर नहीं हो रहा है। इस एप के जरिए इंटरनेट चलाने वाले लोगों पर साइबर टीम नजर रख रही है। पुलिस ने बताया कि यह सर्वर कनाडा से ऑपरेट हो रहा है। इसका सर्वर भारत में नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अब वो टारगेट पर हैं जो ऐप के जरिए इंटरनेट यूज कर रहे हैं।
साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि अनजान ऐप की मदद से इंटरनेट चलाने के कारण निजी डाटा लॉस होने का खतरा कई गुना बढ़ गया है। मोबाइल में वायरस आने की भी समस्या पैदा हो सकती है। मोबाइल में मौजूद डेबिट, क्रेडिट और इंटरनेट बैंकिंग जैसी फैसीलिटी के पासवर्ड लीक हो सकते हैं और बाद में आपका खाता खाली हो सकता है। पुलिस कमिश्नर जोधपुर नवज्योति गोगोई ने बताया कि सरकार को भी इस बारे में जानकारी दे दी गई है। सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को भी इस बारे में बता दिया गया है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि इंटरनेट बंद होने के बाद भी लोगों द्वारा नेट का उपयोग किया जा रहा है।
अब तक तीन FIR दर्ज
नेट बंद होने के बावजूद भी सोशल मीडिया पर जोधपुर हिंसा से जुड़े मामले के फेक न्यूज़ डालने के 3 मामले सामने आए हैं। एक मामला सरदारपुरा थाना और दो एफआईआर उदय मंदिर थाने में दर्ज की गई है। पुलिस आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि साइकल प्रो नामक ऐप के जरिए नेट ऐक्सेस किया जा सकता है। इसमें एक बार नेट एक्सेस होने के बाद दोबारा बंद नहीं होता है।
इस ऐप को लेकर अधिकारियों ने क्या कुछ बताया, आप खुद सुन लीजिए...