राजस्थान में 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू के कारण जोधपुर में हिंसा को पुलिस काबू कर पाए पर अब उपद्रवियों फर की गई एफआईआर पर एमएएल व्यास ने सरकार से पूछा कि वो प्रदेश में करना क्या चाहते है।
जोधपुर. जिले में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। दस थाना क्षेत्रों में लगाए गए कर्फ्यू के बाद हालात सामान्य होने पर अब शनिवार को चार घंटे तक ढील दी गई है। इससे पहले शुक्रवार को दो घंटे की ढील दी गई थी। इस दौरान हालात सामान्य रहे थे, इस कारण इसे बढ़ाकर अब चार घंटे कर दिया गया है। मामले को शांत कराने में पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ी। इसी बीच भाजपा नेताओं के बड़े बयान आए हैं। जिनसे जोधपुर में राजनीति गरमाती जा रही है। नेताओं का दल शुक्रवार को जोधपुर पुलिस कमिश्नर से मिला और अपनी आपत्ति दर्ज कराई। एमएलए सूर्यकांता व्यास का कहना था कि गहलोत सरकार जोधपुर को शमशान बनाना चाहती है। गौरतलब है कि उपद्रव के दौरान व्यास के घर के बाहर भी एक दुपहिया को जला दिया गया था।
भाजपा बोली, निर्दोष लोगों को फंसा रही है सरकार, एफआईआर में लिखे नाम दिखाए
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस और सरकार निर्दोषों को फंसा रही है। नेताओं का दल शुक्रवार को जब पुलिस कमिश्नर से मिला तो उनसे एफआईआर मंगवाई। उसमें उन लोगों के बारे में जानकारी दी गई जो उस दौरान वहां पर थे ही नहीं। कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि जिन लोगों के नाम एफआइआर में हैं और वे लोग निर्दोष हैं तो उन पर कार्रवाई नहीं की जाएगी।
एमएलए व्यास ने दिया बड़ा बयान
कमिश्नर से मिलकर लौटते समय सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मुझे इस बात को लेकर हैरानी है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते हैं कि जोधपुर में छोटी मोटी घटना हुई है।उन्होने कहा कि तो क्या मुख्यमंत्री जी यहां श्मशान बना देना चाहते थे। लोगों की लाशें बिछा देना चाहते थे । मेरे तो आंसू निकल रहे हैं यह सोच कर कि मुख्यमंत्री जोधपुर का है। सूर्यकांता व्यास ने कहा कि अगर ऐसे हालात रहे तो मैदान खुला है हम सड़कों पर उतरेंगे।