जोधपुर हिंसा में अब सोशल मीडिया पर फेक जानकारी देकर अशांति फैलाने की कोशिश की जा रही है जिसके तीन मामले दर्ज है चुके है। उपद्रव फैलाने के आरोप में कुल 25 गिरफ्तार हो चुके है।जोधपुर में शनिवार को चार घंटे की ढील में भी शांति रही।
जोधपुर. दो व तीन मई को सरदारपुरा थाना क्षेत्र के जालोरी गेट पर हिंसा करने के मामले में पुलिस ने पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब तक उपद्रव करने वाले 25 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इन सभी से रिमांड पर पूछताछ की जा रही है। पुलिस कमीश्नर नवज्योति गोगई ने बताया कि अब तक कुल 26 एफआईआर पुलिस व आम लोगों के द्वारा दर्ज करवाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि अब फेक जानकारी सोशल मीडिया पर डालने को लेकर भी सरदारपुरा व उदयंमंदिर थाने मे तीन मामले दर्ज हुए है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। 150 से ज्यादा को जमानत भी मिल गई है।
इधर गुरुवार देर रात को नागौरी गेट थाना क्षेत्र में भी पत्थर फेंके गए जिसको लेकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गोगई ने कहा कि हर मामले में छानबीन व सबूत देखने के बाद ही गिरफ्तारी व कार्रवाई की जा रही है। जालोरी गेट में शनिवार को पुलिस ने कर्फ्यू क्षेत्र में सुबह आठ से 12 बजे तक चार घंटे की ढील दी। इस दौरान सभी जगह पर शांति रही। लोग अपने डेली यूज की वस्तुएं खरीदने बड़ी संख्या में बाहर निकले। जोधपुर में फिलहाल रविवार रात 12 बजे तक के लिए कफ्यू जारी रहेगा।
फेक न्यूज व जानकारी के तीन मामले दर्ज
पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर की साइबर सैल के एसआई संजय मीना की ओर से वर्तमान माहौल में सोशल मीडिया पर फेक सूचनाएं अपलोड करने के संबंध में शुक्रवार को पुलिस स्टेशन उदयमंदिर में दो मामले दर्ज कराए। इनमें ट्वीटर में अज्ञात व्यक्ति द्वारा गलत सूचना अपलोड की गई थी। इसके अलावा किले की घाटी स्थित आचार्यों का बास में पथराव की झूठी सूचना देने वाले अमित वाल्मिकी को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा सरदापुरा थाने में पुलिस जवान के चोटिल होने के बावजूद उसे झूठा बताकर जानकारी प्रकाशित करने पर एक न्यूज पेपर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं।
क्या है मामला
दो से तीन मई के दिन ईद के समय झंडा लगाने को लेकर विवाद हो गया था जिसके बाद पुलिस ने मामले को शांति करने के लिए कर्फ्यू लगा दिया था। साथ ही माहौल को सुधारने के लिए जनता से अपील की थी वे सोशल मीडिया में फेक जानकारी देने वालों के बारे में पुलिस को बताए। जिसके तहत ही कार्यवाही करते हुए पुलिस ऐसे फेक न्यूज फैलाने वालों को पकड़ रही है।