राजस्थान के पाली से एक बेटी पापा के हार्ट ऑपरेशन के लिए रखे 3 लाख लेकर प्रेमी संग भा गई। जबकि बेबस पिता ने पाई-पाई जोड़कर और कर्जा लेकर यह पैसे जुटाए थे।
पाली (राजस्थान). पिता पाई-पाई जोड़कर बेटी को पढ़ाता-लिखाता है और अपनी गुंजाइश से ज्यादा उसकी शादी में पैसा खर्च करता है। लेकिन वही बेटी एक दिन प्यार में पागल होकर पिता के इलाज के लिए रखे रुपए लेकर भाग जाए तो सोचो उस बेबस बाप पर क्या गुजरेगी। ऐसी एक हैरान कर देने वाली खबर राजस्थान के पाली से सामने आई है, जहां एक बेटी पापा के ऑपरेशन के लिए रखे 3 लाख रुपए लेकर प्रेमी संग भाग गई।
किसी को भनक तक नहीं और अंजाम दे गई बेटी
दरअसल, यह मामला पाली जिले के तखतगढ़ कस्बे का है, जहां एक 20 साल की बेटी पिता के हार्ट के ऑपरेशन के लिए तीन लाख रुपए लेकर प्रेमी के साथ भाग गई। कुछ दिनों बाद पीड़ित का अहमदाबाद में ऑपरेशन होना था। उन्होंने इलाज के लिए पाई-पाई जैसे तैसे करके जोड़ा, लेकिन अपनी ही ओलाद दगा दे गई। बेटी घर से अस्पताल जाने का बोलकर निकली थी, इसलिए परिजनों को उस पर कोई शक नहीं हुआ। दो दिन तक उसकी तलाश की, लेकिन वह कहीं मिली तब जाकर पीड़ित परिवार ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
जिंदगी और मौत के बीच बेबस पिता
बता दें कि बेटी को पता था कि पिता गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, क्योंकि उनके दिल में ब्लॉकेज है, जिसके चलते डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी थी। दो महीने पहले ही पीड़ित को उदयपुर के निजी अस्पताल में दिखाया था। तब उनके साथ बेटी भी मौजदू थी। डॉक्टरों ने इस ऑपरेशन का खर्चा करीब 3 से 4 लाख रुपए बताया था। ऐसे में परिवार इन पैसों को जुटाने में लग गया।
पिता-बोले मेरी बेटी ही मुझे मरने को छोड़ गई
पीड़ित पिता ने बताया कि मैंने इलाज के लिए एक लाख रुपए अपने भाई से उधार लिए। वहीं दो लाख रुपए गेंहू बेचकर जमा किए। थोड़ी-बहुत और राशि यहां वहां से जुटाई और पलंग के नीचे रख लिए, लेकिन मुझे क्या पता था कि अपनी ही बेटी ऐसी मुसीबत में डाल देगी। तीन हो गए हैं लेकिन लड़की का कोई पता नहीं है। मामले की जांच कर रहे थाना प्रभारी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि पीड़ित एक किसान है, उसकी 7 संतान हैं, जिसमें से 6 बेटियां और एक बेटा है। जिस बेटी ने इस घटना को अंजाम दिया है वह चौथे नंबर की है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है। वहीं परिजनों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर गुस्सा है, उनका कहना है कि तीन हो गए, लेकिन अब तक कोई सुराग तक नहीं लगा।