राजधानी जयपुर में कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे पैदल मार्च में पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी शामिल होने वाले थे। लेकिन खबर सामने आई है कि वह इस मार्च में नहीं पहुंचेंगे। क्योंकि सीएम गहलोत नीति आयोग की बैठक के चलते शामिल नहीं सके।
जयपुर. राजस्थान में मोदी सरकार के लाए नए कृषि कानूनों के खिलाफ गहलोत सरकार ने पैदल मार्च शुरू कर दिया है। जहां राज्य के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास की अगुवाई में यह मार्च निकाला जा रहा है। जिसमें विधायक मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने ऊंट पर सवार होकर केंद्र सरकार का विरोध जता रहे हैं। वहीं विधायक रफीक खान व किशनपोल विधायक अमीन कागजी हाथी पर सवार हैं।
इस वजह से नहीं पहुंचे सीएम गहलोत
दरअसल, राजधानी जयपुर में कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे पैदल मार्च में पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी शामिल होने वाले थे। लेकिन खबर सामने आई है कि वह इस मार्च में नहीं पहुंचेंगे। क्योंकि सीएम गहलोत नीति आयोग की बैठक के चलते शामिल नहीं सके। वहीं डोटासरा सीकर दौरे पर हैं, इस वजह से भी नहीं पहुंचे।
आम आदमी को हो सकती है मार्च से परेशानी
सुबह 10 बजे से शुरू हुए इस पैदल मार्च में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हैं। जहां कोई ट्रैक्टर पर सवार है तो कोई ऊंट पर बैठकर मार्च निकाल रहा है। कांग्रेस नेताओं ने अपने हाथ में तख्तियां पकड़ी हुई हैं, जिनमें कृषि कानून को वापस लेने के नारे लिखे हुए हैं। इस प्रर्दशन में हाजारों किसान भी शामिल होने के लिए पहुंचे हुए हैं। जहां वह मोदी सरकार और कानून को वापस लेने के नारे लगा रहे हैं। बता दें कि इस मार्च के चलते राजधानी जयपुर का ट्रैफिक प्रभावित रहेगा। जिसके चलते आम आदमी को परेशानी का सामने भी कर सकता है।
(बता दें कि इस मार्च के दौरान कुछ लोग राज्य में बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों के विरोध में भी ऊंट को लेकर पहुंचे हुए हैं।)
सीएम ने इस मंत्री को दी मार्च की जिम्मेदारी
जयपुर में शनिवार को पैदल मार्च निकालने की सारी तैयारियां एक दिन पहले शुक्रवार को पूरी कर ली गईं थीं। बताया जाता है कि सीएम गहलोत ने इसकी सारी जिम्मेदारी परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और मुख्य सचेतक महेश जोशी को दी हुई है।