रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के दक्षिण में पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर निचले स्तरों पर बना हुआ है।
जयपुर. करीब एक सप्ताह से बारिश का इंतजार कर रहे राजस्थान में अब भारी बरसात की संभावना है। मौसम रिपोर्ट के अनुसार, कुछ जिलों में भारी जलभराव के साथ बाढ़ के भी हालात हो सकते हैं। ये संभावना स्काई मेट वेदर रिपोर्ट ने जारी है। रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के दक्षिण में पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर निचले स्तरों पर बना हुआ है। अरब सागर से आ रही नम हवाएं दक्षिण राजस्थान में नमी बनाए रखेगी। नए मौसमी तंत्र से 27 जून से राजस्थान के दक्षिणी जिलों में बरसात शुरू होगी। इस बीच 29 जून से 2 जुलाई के बीच पूर्वी और दक्षिण राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बरसात होने की संभावना बन रही है। जिससे कई जिलों में भारी जलभराव के साथ बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
दक्षिण राजस्थान से शुरू होगी बरसात
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में सोमवार से बरसात शुरू होगी। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को राजस्थान के दक्षिणी जिलों बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और उदयपुर में कुछ जगह हल्की बरसात होगी। 28 जून तक दक्षिण- पूर्व राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश होगी और कोटा, बूंदी, बारां, भीलवाड़ा और झालावाड़ के साथ-साथ सवाई माधोपुर में भी हल्की बारिश हो सकती है। लेकिन इसके बाद 29 जून से 2 जुलाई के बीच पूर्वी और दक्षिण राजस्थान के कई हिस्सों के साथ-साथ गुजरात के अधिकांश हिस्सों में तेज बारिश होने की संभावना है। इस अवधि के दौरान गुजरात के कुछ हिस्सों के अलावा राजस्थान के दक्षिण-पूर्व के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण जल भराव के साथ अचानक बाढ़ देखने केा मिल सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने जताई सात जिलों में बरसात की संभावना
राजस्थान के मौसम विभाग ने भी प्रदेश में सोमवार से बरसात की संभावना जाहिर की है। रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को राजस्थान के उदयपुर व कोटा के सात जिलों में बरसात हो सकती है। जिनमें सिरोही, उदयपुर, बांसवाड़ा, डुंगरपुर, चित्तोडगढ़़, प्रतापगढ़ व राजसमन्द जिले शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार बरसात के साथ इन जिलों में हवाओं की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटा हो सकती है।
सात दिन से बरसात का इंतजार, अब चिंता
राजस्थान में प्री- मानसून ने अंचल को जबरदस्त भिगोया था। लेकिन, पिछले सात दिन से बरसात नहीं हुई। जिससे प्रदेश में तापमान के साथ गर्मी का असर बढ़ गया है। ऐसे में लोगों को मानसून का इंतजार है। बाढ़ की आशंका से दक्षिणी जिलों में चिंता भी बढ़ा दी है।
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