एक लापरवाही ऐसी भी: परिजनों ने कूलर चलाने के लिए हटाया वेंटिलेटर का प्लग, चंद पलों में मरीज की मौत

अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि आईसोलेशन वार्ड में बहुत गर्मी थी, इसलिए मृतक के परिजन एअर कूलर ले आए। जब उन्हें कूलर लगाने के लिए कोई सॉकेट नहीं मिला तो उन्होंने कूलर लगाने के लिए कथित तौर पर वेंटिलेटर का प्लग हटा दिया। करीब आधा घंटे बाद वेंटिलेटर की बिजली खत्म हो गई और मरीज की मौत हो गई। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 20, 2020 2:33 AM IST

कोटा (राजस्थान). कभी-कभी जरा सी लापरवाही इतनी भारी पड़ जाती है कि पूरी जिंदगी पछताना पड़ता है। ऐसा ही एक लापरवाही का मामला राजस्थान से सामने आया है। जहां अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज के परिजनों ने कूलर चलाने के लिए वेंटिलेटर का प्लग हटा दिया। 

घटना के बाद अस्पताल में मचा हड़कंप
दरअसल, हैरान कर देने वाली यह घटना कोटा शहर की है। जहां 13 जून को महाराव भीम सिंह को कोरोना संक्रमण के चलते यहां के एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया था। घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। डॉक्टरों के लाख प्यास के बाद भी युवक नहीं बच सका।

कूलर लगाने की परिवार ने नहीं ली अनुमति
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि आईसोलेशन वार्ड में बहुत गर्मी थी, इसलिए मृतक के परिजन एअर कूलर ले आए। जब उन्हें कूलर लगाने के लिए कोई सॉकेट नहीं मिला तो उन्होंने कूलर लगाने के लिए कथित तौर पर वेंटिलेटर का प्लग हटा दिया। करीब आधा घंटे बाद वेंटिलेटर की बिजली खत्म हो गई और मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने कूलर लगाने की किसी स्टाफ से कोई अनुमति नहीं ली थी। जब मरीज की मौत हो गई तो वह ड्यूटी पर तैनात स्टाफ के साथ अभद्रता करने लगे।

कुछ बोलने को तैयार नहीं परिजन
मामले की जानकारी लगते ही आईसीयू वार्ड में अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना पहुंचे। उन्होंने कहा कि मामले की तीन सदस्यीय समिति घटना की जांच करेगी। जिसमें अस्पताल के उपाधीक्षक, नर्सिंग अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं। सक्सेना ने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परिजनों से बात की गई तो वह कुछ कहने को तैयार नहीं हैं।

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