राजस्थान के सीकर जिलें में एक मजदूर परिवार के आशियाने पर हवेली गिरने के काऱण बेघर हो गया है। इस बरसाती मौसम में बिना छत के सड़को पर जीवन गुजारने के लिए मजबूर है पीड़ित फैमिली। अब विधायक परसराम मोरदिया ने मुआवजा देने का वादा किया है।
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के लोसल इलाके में एक परिवार शासन व प्रशासन की लापरवाही से तीन दिन से सड़क पर रहने व खाने का मजबूर है। दरअसल वार्ड आठ निवासी राशिद के मकान पर आठ अगस्त को बरसात से पास स्थित एक जर्जर हवेली गिर गई थी। जिससे उसका मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने राशिद का मकान तो खाली तो करवा लिया लेकिन उसके परिवार के लिए किसी आशियाने या भोजन की व्यवस्था नहीं की। जिसके चलते ये परिवार तीन दिन से सड़क पर ही रह रहा है। तीन दिन तक शासन और प्रशासन ने परिवार की कोई सुध नहीं ली तो घर की महिलाओं ने रास्ते को ही अपनी रसोई बना लिया। रास्ते में बीचोंबीच बैठकर उन्होंने चूल्हा जलाकर खाना बनाना शुरू कर दिया। जिन्हें देख वहां काफी लोगों की भीड़ भी जमा हो गई। जिसके बाद प्रशासन को इसकी सूचना दी गई।
मुआवजे की मांग कर रहा पीड़ित परिवार
रशीद मजदूरी कर परिवार पालता है। कमजोर माली हालत के बीच मकान क्षतिग्रस्त होने पर उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। ऐसे में वह प्रशासन व सरकार से तीन दिन से मुआवजे की मांग कर रहा है। पर अब तक उसे मुआवजा नहीं मिला। जिसके चलते उसके परिवार में आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है।
अब विधायक मोरदिया ने दिया आश्वासन
राशिद का परिवार हादसे के बाद से बेघर है। जिसकी किसी भी स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हुई। पर आज जब उसके परिवार की महिलाओं ने रास्ते के बीचोंबीच बैठकर खाना पकाया तो मामला विधायक परसराम मोरदिया तक भी पहुंचा। जिसके बाद विधायक मोरदिया ने परिवार को मुआवजा देने की घोषणा की। विधायक ने कहा कि नियमानुसार जो भी मुआवजा होगा वह उसके परिवार को जल्द दिया जाएगा।
हवेली का एक हिस्सा गिरा, टला बड़ा हादसा
हवेली गिरने के दौरान गनीमत ये रही कि बड़ा हादसा टल गया। दरअसल भार्गव हवेली का एक हिस्सा ही मकान पर गिरने से राशिद कारीगर के मकान में बड़ी दरारें आकर ही रह गई। जिसके चलते समय रहते ही परिवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यदि हवेली का पूरा हिस्सा गिरता तो बड़ा हादसा हो सकता था।