राजस्थान के बूंदी में मासूम बच्चे को मामूली बात पर प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। इस मामले में SDM से शिकायत की गई है।
बूंदी, राजस्थान. कॉपियों पर जिल्द न चढ़ी होना..इतना बड़ा जुर्म तो नहीं, जिसके लिए मासूम बच्चे को कड़ी सजा दी जाए? ऐसा कहना है इस बच्चे के परिजनों को। इस बच्चे को स्कूल में इसी बात पर इतनी कड़ी सजा दी गई कि जब वो घर पहुंचा, तब बेहद घबराया हुआ था। अब मामला प्रशासन तक पहुंच गया है। अभिभावकों ने सजा देने वाले टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कुछ समय पहले हुआ है पैरों का ऑपरेशन...
बीबनवा रोड निवासी 6 साल का यह बच्चा राजदीप एलकेजी का छात्र है। वो देवपुरा स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल में पढ़ता है। राजदीप दिव्यांग है। कुछ समय पहले ही उसके पैरों का ऑपरेशन हुआ है। लिहाज अभी भी वो लगड़ाकर चलता है। बताते हैं कि जब वो स्कूल पहुंचा, तो टीचर ने कॉपियों पर जिल्द न चढ़ी होने पर खासी नाराजगी दिखाई। टीचर इस बात से भी गुस्से में थीं कि बच्चा समय पर होमवर्क पूरा नहीं करता। ठीक से पढ़ाई नहीं करता। बच्चे की डायरी में जो लिखा जाता है, उसे परिजन पढ़ते तक नहीं है। आरोप है कि इसी बात से नाराज होकर टीचर ने बच्चे को पानी की टंकी पर लटका दिया।
पैर फिसने से टंकी में गिरा बच्चा..
पानी की टंकी पर लटका बच्चा संतुलन नहीं बना सका और टंकी में गिर गया। टीचरों ने फौरन उसे निकाला। हालांकि जब भींगी ड्रेस में रोते हुए बच्चा घर पहुंचा, तब घटना के बारे में मालूम चला। बच्चे यह भी बताया कि टीचर ने उसे डंडे से पीटा। हालांकि टीचर ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया है। उधर, घटना से आक्रोशित परिजन स्कूल पहुंचे और टीचर को करीब पौन घंटे तक स्कूल में बंद कर दिया। बच्चे के पिता चंद्रदीप सिंह ने बताया कि घटना की शिकायत एसडीएम कमलकुमार मीणा से की गई है।