Rajasthan: नारायण सेवा संस्थान ने उदयपुर और जयपुर में दिव्यांगों को बांटे ट्राइसिकिल, व्हीलचेयर और बैसाखी

नारायण सेवा संस्थान दिव्यांगता के क्षेत्र में 4 दशक से काम कर रहा है। शुक्रवार को विश्व दिव्यांगता दिवस पर अगले 5 साल का विजन डॉक्युमेन्ट पेश किया और दिव्यांगों के सेवार्थ अनेक परोपकारी कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया। जयपुर में दिव्यांग सहायता शिविर संस्थान की सीएसआर गतिविधियों के तहत आयोजित किया गया। इस शिविर के जरिए दिव्यांगों को ट्राइसिकिल, व्हीलचेयर और बैसाखी वितरित किए गए।

Asianet News Hindi | Published : Dec 3, 2021 11:48 AM IST

उदयपुर। अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (International Disabled Day) पर नारायण सेवा संस्थान (Narayan Seva Sansthan) ने एआरटी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (ART Housing Finance Limited) के साथ दिव्यांगों में ट्राइसिकिल, व्हीलचेयर और बैसाखी वितरित किए। शुक्रवार को कृत्रिम अंग शिविर कार्यक्रम उदयपुर और जयपुर में आयोजित किए गए, जिसमें 50 दिव्यांगों को ट्राइसिकिल, व्हीलचेयर और सहायक उपकरण बांटे। जबकि 40 दिव्यांगों को कृत्रिम अंग दिए गए। 

नारायण सेवा संस्थान दिव्यांगता के क्षेत्र में 4 दशक से काम कर रहा है। शुक्रवार को विश्व दिव्यांगता दिवस पर अगले 5 साल का विजन डॉक्युमेन्ट पेश किया और दिव्यांगों के सेवार्थ अनेक परोपकारी कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया। जयपुर में दिव्यांग सहायता शिविर संस्थान की सीएसआर गतिविधियों के तहत आयोजित किया गया। इस शिविर के जरिए दिव्यांगों को ट्राइसिकिल, व्हीलचेयर और बैसाखी वितरित किए गए। शिविर का आयोजन दिव्यांगों के लिए समानता, सुगमता और समान अवसर उपलब्ध कराने के संदेश के साथ किया गया। नारायण सेवा संस्थान ने करीब 2,74,603 व्हीलचेयर, 2,64,422 ट्राइसिकिल, 2,97,789 बैसाखी, 3,61,997 और 1,72,000 कंबल जरूरतमंद और वंचितों के बीच वितरित किए हैं। दिव्यांगजन को एक स्थायी आजीविका देने के लिए एनजीओ राजस्थान, दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, पंजाब और गुजरात में शिविर आयोजित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है।

दिव्यांगजन की चुनौतियों को कम कर रहे हैं
कोविड-19 के नए वेरिएंट और फिर से महामारी फैलने की चिंताओं के बीच संस्थान ने ‘नो मास्क, नो एंट्री’ जैसे अभियानों के जरिए भी जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है। इसके लिए डिजिटल तौर पर और फील्ड में भी अभियान चलाए जा रहे हैं। संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि ‘ग्रामीण और शहरी भारत में लगभग 2.68 करोड़ दिव्यांगजन सरकारी और निजी संगठनों में अच्छे रोजगार के अवसरों तक पहुंच की कमी जैसे सामान्य मुद्दों का सामना कर रहे हैं। अच्छे स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों, पार्किंग स्थलों और कभी-कभी शौचालय तक पहुंच की कमी के साथ दिव्यांगों को अनेक जबरदस्त चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है। 

दिव्यांगजन को समाज की मुख्यधारा में जोड़ेंगे
उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को आसानी से पहुंच प्रदान करने और उन्हें मुख्यधारा के समाज का हिस्सा बनने में सहायता करने के लिए, नारायण सेवा संस्थान कृत्रिम अंग, तिपहिया, व्हीलचेयर और बैसाखी वितरित करके इस उद्देश्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है। एनएसएस द्वारा विभिन्न शहरों में आयोजित शिविरों में दिव्यांगजनों को अच्छी गुणवत्ता वाले अंग निशुल्क लगाए जा रहे हैं और इस तरह हम उनकी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।’

दिसंबर में भी आयोजित किए जाएंगे शिविर
एआरटी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के एमडी और सीईओ विपिन जैन ने कहा- ‘हम इस नेक काम के माध्यम से छोटे, लेकिन महत्वपूर्ण तरीके से देश की सेवा करने के लिए उत्साहित हैं। दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में लाकर सेवा प्रदान करने के नारायण सेवा संस्थान के प्रयासों के साथ हम मजबूती से खड़े हैं और एआरटी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में हम इस सहयोग के लिए उनके आभारी हैं।’ दिसंबर माह में नारायण सेवा संस्थान की ओर से जयपुर, उदयपुर, परभणी, लुधियाना, अहमदाबाद, अलीगढ़ और आगरा में कैंप आयोजित किए जाएंगे।

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