राजस्थान की बेटी की शादी का कार्ड क्यों दुनियाभर में हो रहा वायरल, देखकर आप भी हो जाएंके चकित

राजस्थान के सीकर में डॉक्टर दूल्हा-दुल्हन ने अपनी शादी के लिए ऐसा कार्ड बनवाया है, जिसकी चर्चा हर कोई कर रहा है। वह पूरी दुनियाभर में वायरल हो गया। क्योंकि इस कार्ड पर केवल संविधान और किसानों के बारे में लिखा गया है। 

Arvind Raghuwanshi | Published : Nov 26, 2022 5:51 AM IST / Updated: Dec 10 2022, 06:07 PM IST

जयपुर. अक्सर हम शादियों में देखते हैं कि लोग इनविटेशन कार्ड को हटकर दिखाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। लेकिन राजस्थान में हो रही एक शादी का कार्ड इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस कार्ड पर किसी तरीके का कोई प्रयोग नहीं किया गया है। और ना ही किसी तरीके की कोई सजावट की गई है। इस कार्ड पर केवल संविधान और किसानों के बारे में लिखा गया है। इतना ही नहीं इस शादी के कार्ड पर भगत सिंह की फोटो भी लगाई गई है। 

बिना दहेज के अनोखे ढंग से होगी शादी
दरअसल, यह शादी राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ इलाके में चौधरी रूड़ाराम सहारन के घर पर होने जा रही है। खास बात तो यह है कि शादी आज है। लेकिन आज कोई सावा भी नहीं है। लेकिन इसके बावजूद भी आज यह शादी होगी। परिवार के लोगों ने ही आज के दिन इस शादी को होना फिक्स किया है। इस शादी में दहेज भी नहीं दिया जाएगा।

 इसलिए कार्ड पर खेत जोतते हुए किसान की फोटो लगवाई 
सीकर जिले का यह परिवार हमेशा से ही खेती करने वाला परिवार रहा है। हालांकि जैसे-जैसे समय बढ़ते गया। वैसे-वैसे परिवार के लोग और बच्चे सरकारी सेवा में भी अच्छे पद पर चले गए। लेकिन आज भी वह किसानों और खेती के लिए उतना ही महत्व देते हैं। जितना कि एक जन्म देने वाली मां के लिए। इसी के लिए इन लोगों ने कार्ड पर खेत जोतते हुए किसान की फोटो लगवाई है। इसके साथ ही किसान आंदोलन की जीत होने के 2 साल पूरे होने पर उसका कैप्शन भी कार्ड पर लिखवाया है। परिवार के लोगों का कहना है कि चाहे कैसा ही मौसम और परिस्थिति हो। लेकिन किसान की वजह से ही हम अपना पेट भर पाते हैं। ऐसे में उन्हें हर जगह बराबर मान देना जरूरी है।

दूल्हा-दुल्हन दोनों ही पेशे से डॉक्टर, फिर भी पेश की गजब मिसाल
 सबसे खास बात तो यह है कि पत्नी और पति दोनों ही पेशे से डॉक्टर हैं। दोनों की अभी ट्रेनिंग चल रही है। शादी में दूल्हा डॉ अमित और दुल्हन ममता है। यह पहला मामला नहीं है जब ममता के परिवार ने इस तरह का नवाचार किया हो। इससे पहले भी वह अपने कारणों पर देश के लोगों के हित में कई स्लोगन लिखवा चुके हैं। वही यह परिवार आज भी मुहूर्त पर विश्वास नहीं रखता है। जैसे इन लोगों को सूटेबल होता है वैसे ही धार्मिक कार्यक्रम कल लेते हैं। क्योंकि इन लोगों का मानना है कि जब यदि बच्चा पैदा होता है तो वह कभी मुहूर्त देखकर नहीं होता। तो ऐसे में अन्य किसी चीज में मुहूर्त को देखना। परिवार का मानना है कि ऐसी रूढ़िवादी सोच को खत्म कर देना चाहिए।  वही इस कार्ड में देश के संविधान के बारे में लिखा गया है कि संविधान चाहे कितना भी अच्छा क्यों ना हो। लेकिन ऐसे लोग जिन्हें संविधान को अमल में लाने का काम सीधा सौंपा जाए। यदि संविधान को अमल में लाने वाला आदमी ही खराब होगा तो संविधान भी खराब ही सिद्ध होगा। फिलहाल आज शादी में सीकर सहित आसपास के कई इलाकों के लोग शामिल होंगे।


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