'याद रखो मैं राजमाता की बेटी हूं' आखिर पूर्व CM वसुंधरा राजे को क्यों ये बोलना पड़ा, जानिए इसके मायने

Published : Mar 07, 2021, 05:05 PM IST
'याद रखो मैं राजमाता की बेटी हूं' आखिर पूर्व CM वसुंधरा राजे को क्यों ये बोलना पड़ा, जानिए इसके मायने

सार

वसुंधरा राजे ने सीएम अशोक गहलोत पर भी जमकर निशाना साधा। राजे ने कहा कि मैं भगवान गिरिराज से प्रार्थना करती हूं कि हमे इतनी ताकत  दे कि प्रदेश में दो हिस्सों में बंटी गहलोत सरकार उखाड फेंके। जिससे जनता के रुके हुए काम और प्रदेश का विकास पूर्ण हो सके। 

भरतपुर (राजस्थान), भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे के बाद से राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे फिर से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय होने लगीं। उन्होंने देव दर्शन अभियान शुरू कर दिया है। वह रविवार को दो दिवसीय दौरे पर भरतपुर पहुंचीं हुए हैं। जहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ''याद रखना में राजमाता जी विजयाराजे सिंधिया की बेटी हूं याद रखना।''

''राजमाता ने कभी कमल को मुरझाने नहीं दिया''
दरअसल,  देव दर्शन अभियान के दौरान वसुंधरा राजे रविवार सुबह सबसे पहले पूंछरी के लौठा में हेलीकॉप्टर से उतरीं हुई थीं। जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका फूलों से स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ''मैं आपको बता देना चाहती हूं कि में उन्हीं राजमाता की बेटी हूं जिन्होंने पूरे जीवन दीपक जलाने और कमल खिलाने का काम किया है। उन्होंने कभी भी दीये की लौ को नहीं बझने दिया। ना ही कभी कमल को मुरझाने दिया। क्योंकि उनके रग-रग में भजपा और राष्ट्रवाद  था। मैं भी उसी तरह उनकी बेटी हूं। प्रदेश के लोग इस बात को ध्यान रखे।''

क्या हैं राजे के इस बयान के मायने
बता दें कि पूर्व सीएम राजे के इस बयान के जरिए पार्टी में अपने विरोधियों को यह बता देना चाहती हैं कि उनका भाजपा और जनसंघ तक कितना गहर लगाव है। वह यह बता देना चहाती हैं कि भाजपा को मजबूत करने और राष्ट्रवाद की विचारधारा उनके परिवार में राजमाता के समय से है। इसलिए कोई यह नहीं कह सकता है कि उनके परिवार का योगदान किसी से कम नहीं है। 

सीएम अशोक गहलोत पर बरसीं राजे
इस संबोधन के दौरान वसुंधरा राजे ने सीएम अशोक गहलोत पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजस्थान का विकास रुक गया है। सीएम बदलते ही हमारी सारी योजानाएं बंद कर दी गईं। वह अपने धर्म से भटक चुके हैं, जनता के हित में चलाई जाने वाली सारी योजनाएं नहीं चलाई जा रही हैं। 13 जिलों में इस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट का काम शुरू किया था। 1600 करोड़ की लागत से बैराज का काम शुरू किया। इसकी डीपीआर भी बनाई। लेकिन वह फाइलों में धूल खा रही है।

गहलोत सरकार के उखाड़ने की प्रार्थना
इतना ही नहीं राजे ने कहा कि मैं भगवान गिरिराज से प्रार्थना करती हूं कि हमे इतनी ताकत  दे कि प्रदेश में दो हिस्सों में बंटी गहलोत सरकार उखाड फेंके। 
जिससे जनता के रुके हुए काम और प्रदेश का विकास पूर्ण हो सके। प्रदेश में कांग्रेस सरकार आपस में ही लड़े जा रही है। जिसका प्रभाव जनता के कामों पर पड़ रहा है।
 

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