राजस्थान के नाथद्वारा यानि राजसमंद जिले में दुनिया की सबसे बड़ी भगवान शिव की प्रतिमा 'विश्वास स्वरूपम' स्थापित हो चुकी है। शौर्य-बलिदान और सांस्कृतिक विरासत के लिए पहचान रखने वाली अब राजस्थान की धरती शिव की अनोखी प्रतिमा के लिए भी जानी जाएगी। पढ़िए एक्सक्लूसिव रिपोर्ट और देखिए शिवलिंग के अंदर का पूरा वीडियो।
राजसमंद. राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा में तत पदम् संस्थान की ओर से श्रीनाथजी की नगरी नाथद्वारा में विश्व की सबसे ऊंची 369 फीट की शिव प्रतिमा ‘‘विश्वास् स्वरूपम के लोकार्पण के साथ ही नाथद्वारा को पर्यटन क्षेत्र को गति मिलने लगी है अभी इन दिनों संत मुरारी बापू की राम कथा चल रही है। जिसमें लाखों की तादाद में श्रद्धालु आ रहे हैं और शिव की प्रतिमा को देख रहे हैं। बता दें कि हरी भरी वादियों को विकसित कर बनाई गई विश्व की सबसे ऊंची 369 फीट की शिव प्रतिमा के भ्रमण को लेकर कुछ खास बातें हैं। सबसे पहले प्रतिमा स्थल पर प्रवेश करते ही पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर टिकट लेकर 200 मीटर दूर स्थित पार्क के एंट्री गेट तक पैदल व गोल्फ कार्ट से आ सकेंगे जानकारी के अनुसार दिसम्बर तक टिकट प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पढ़िए राजस्थान से देवेन्द्र की रिपोर्ट...
मुख्य प्रवेश द्वारः-
पार्किंग स्थल से 200 मीटर की दूरी पर आकर्षक मेन एन्ट्री गेट बनाया गया है. मेन गेट से एंट्री करते ही आपको महसूस होगा की आप किसी खास जगह पर है. मेन एन्ट्री गेट पर ही आपको संपूर्ण क्षेत्र की सारी जानकारी भी उपलब्ध हो जायेगी. अर्ध चंद्राकर में बने मेन एंट्री गेट के दोनों ओर भगवान की प्रतिमाएं और बीच में एक शिवलिंग लगाया गया है,,,,,
जिप लाइनः-
नाथद्रारा श्रीजी की नगरी धार्मिक पर्यटन नगरी के रूप में जानी जाती थी, लेकिन अब ‘‘विश्वास् स्वरूपम् में एडवेंचर ट्यूरिज्म को भी उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है। यहां विश्व स्तरीय बेहतरीन जिप लाईन का निर्माण किया गया। जिप लाइन पर्यटकों को रोमांचित करेगा तथा सैलानी विश्व स्तर की साहसिक गतिविधि का लाभ उठा सकेंगे. जिप लाइन आमतौर पर स्टेनलेस स्टील से बनी होती है तथा इसे ढलान पर लगाई जाती है।
जंगल कैफेः-
आपको बता दें कि विश्वास् स्वरूपम् परिसर मे जंगल कैफे भी बनाया गया हैं. इस एरिया में पर्यटकों को घने जंगल की ओर जंगल सफारी का अहसास होगा।
संगम स्थलः-
इस परिसर में एक संगम स्थल भी विकसित किया गया हैं, यहां पर्यटक नंदी एवं शिव प्रतिमा के साथ सेल्फी भी ले सकेंगे। यहां 5 रास्तों का मिलन होने के कारण भी इसे संगम स्थल कहा जाता हैं।
नंदी की प्रतिमाः-
विश्वास् स्वरूपम में जहां भगवान शिव की प्रतिमा अल्हड़ मुद्रा में नजर आती है तो वहीं यहां स्थापित 21 फीट की नंदी की प्रतिमा भी मस्त मुद्रा में दिखती है। नंदी के तीन पैर जमीन पर तथा एक पैर हवा में इसकी मस्त मुद्रा को बयां करता है। नंदी की इस तरह की प्रतिमा को बहुत कम दृश्टिगोचर होती है। नंदी को भगवान शिव के धाम का द्वारपाल भी माना गया है।
ओपन थियेटरः-
ओपन थियेटर को गार्डन थियेटर को पंचकोण आकार में विकसित किया गया है। इस थियेटर की सैंकडों की दर्शक क्षमता है। रात में भी इसका उपयोग होने की स्थिति पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई ।
हरिहर सेतूः-
बता दें कि शिव प्रतिमा के सामने कृतिम तालाब बनाया गया हैं ओर इस तालाब के ऊपर हरिहर सेतू बनाया गया है।
म्यूजिकल फाउंटेनः-
इस क्षेत्र में 15000 वर्ग फीट एरिये में म्यूजिकल फाउंटेन भी विकसित किया गया है। इसके नजदीक ही स्टेडियम नुमा सीढ़ीयों का निर्माण भी किया गया है। ताकि पर्यटक आराम से बैठकर म्यूजिकल फाउंटेन का आंनद ले सके।
वीआर गेमः-
विश्व स्तरीय सुविधाओं के लिए यहां वर्चुअल रियलिटी गेम जोन बनाकर मनोरंजन के क्षेत्र स्थापित किया गया है तो वहीं यहां पर पर्यटक विभिन्न प्रकार के खेलों का आनंद ले सकेंगे।
फूड कोर्टः-
इस परिसर में घूमने फिरने के दौरान लगी आपकी तृष्णा को शांत करने के लिए सर्व सुविधायुक्त बेहतरीन फूड कोर्ट में भी विकसित किया गया है। यहां आपकों खान पान संबंधित चटपटे व्यंजन, मिठाई सहित सभी वस्तु फ्रेश उपलब्ध होगी।
बंजी जंपिंग,अमेरिका से मंगवाये रस्सेः-
विश्व स्तरीय सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित कृत्रिम रूप से देश् का सबसे ऊंचा बंजी जंपींग टावर यहां स्थापित किया गया है। टॉवर बेस्ड इस जंपिंग की ऊंचाई 185 फ़ीट है। इसमें प्रयुक्त होने वाले रस्से भी विशेष तौर पर अमेरीका से मंगवायें गये है। पर्यटकों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जायेगा तथा समय समय पर सुरक्षा मापदण्डों को जांचा व परखा भी जायेगा। यहां 10 मीटर का ग्लास वॉक भी बनाया गया हैं।
व्यूइंग गैलरीः-
रोमांच को बरकरार रखने के लिए विश्व की सबसे ऊंची 369 फीट की शिव प्रतिमा में व्यूइंग गैलरी भी बनाई गई है। 270 से 280 फीट ऊंचाई पर इस व्यूइंग गैलरी से आप यहां आप अरावली पहाड़ियों के आस पास के नजारे का आनंद ले सकेंगे। यहां सीढ़ीयां भी ग्लास की ही बनाई गई है। व्यूइंग गैलरी में जाने के लिए पर्यटक लिफ्ट तथा सीढ़ियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
एक्सक्लूसिव वीडियो में देखिए शिवलिंग के अंदर का नजारा