गुरु और शिष्य का रिश्ता बहुत सम्मानजनक और पवित्र होता है। लेकिन इस रिश्ते को तार-तार करने का मामला सामने आया है। जहां पर एक स्टूडेंट ने अपनी ही टीचर को हवस का शिकार बनाने की कोशिश की।
रिलेशनशिप डेस्क : भारत में भले ही पोर्न साइट्स देखना प्रतिबंधित हो, लेकिन दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां पर इसे देखने की कोई मनाही नहीं है। लेकिन पोर्न वीडियोज देखकर बच्चों के मन में बुरा असर पड़ता है और वह इस तरह के कृत्यों में लिप्त होने लगते हैं। कुछ इसी तरह का मामला ब्रिटेन में सामने आया, जहां पर 15 साल के बच्चे ने पोर्न वीडियो देखकर अपनी टीचर के साथ रेप करने की कोशिश की। जब 46 वर्षीय महिला ने इसका विरोध किया तो फिर इस लड़के ने क्या किया। आइए हम आपको बताते हैं..
क्या है पूरा मामला
यह घटना 2019 में ब्रिटेन की है, जहां 46 साल की रेबेका व्हाइटरर्ट्स ग्रेटर मैनचेस्टर के स्कूल में पढ़ाया करती हैं. उनकी क्लास में ही एक 15 साल का बच्चा था, जिसने उनपर गंदी नजरें डालना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि वह बच्चा पोर्न साइट्स की गिरफ्त में था और उसको यह आईडिया वहीं से मिला। खुद की मदद के बहाने उसने टीचर से ई-मेल पर बात करना शुरू कर दी और फिर अचानक उसने बताया कि वह उनसे प्यार करता है। टीचर के मना करने के बाद उसने उनके साथ रेप करने की कोशिश की और एक बार तो उसने अपनी टीचर को थप्पड़ मार कर उनके मुंह पर थूक भी दिया। यह उसने पोर्न साइट पर ही देखा था। जब महिला ने इसका विरोध किया तो बच्चे ने टीचर पर ही यौन शोषण का आरोप लगा दिया।
3 साल के बाद हुआ खुलासा
जब बच्चे ने देखा कि महिला टीचर उसके चंगुल में नहीं फस रही है, तो उसने उल्टा उन पर यौन शोषण का आरोप लगा दिया। अपने आपको निर्दोष साबित करने के लिए महिला को 3 साल तक कोर्ट में लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी और 40 लाख रुपए तक खर्च करना पड़ा। बाद में यह बात पता चली कि बच्चा पोर्न देख कर साजिश रचने की कोशिश कर रहा था। टीचर रेबेका बताती हैं कि वह किसी को भी इस बारे में नहीं बता पा रही थी, क्योंकि उन्हें लगता था कि लड़के की इस हरकत को कोई भी सच नहीं मानेगा। ज्यादातर लोग उन्हें ही गलत समझेंगे और कुछ ऐसा ही हुआ। लेकिन बाद में महिला ने अपनी लड़ाई लड़ते हुए खुद को निर्दोष साबित किया।
बच्चों पर बुरा असर डाल रही पोर्नोग्राफी
पोर्न साइट और सेक्सुअल एक्टिविटीज बच्चों के दिमाग पर बुरा असर डालती हैं। पॉर्न वीडियोज देखकर उनके मन में वैसा ही सेक्स व्यवहार करने का आईडिया आता है और इसके लिए वह किसी की तरफ भी आकर्षित होने लगते हैं। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में 82% नाबालिक बच्चे पोर्न वीडियोज देखते हैं। ब्रिटेन के लगभग आधे स्कूलों के बच्चे इस तरह की साइट्स देखते हैं। वहीं भारत में पोर्न बैन होने के बाद भी आंकड़े देखे जाएं तो 81% स्मार्टफोन यूजर्स अपने फोन में पोर्न साइट्स देखते हैं. इसमें बड़ी संख्या में ऑनलाइन क्लासेस लेने वाले बच्चें हैं।
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