शादी से पहले प्रेग्नेंट होना और अबॉर्शन करना भारत में गलत माना जा रहा है। लेकिन बदलते दौर में महानगरों में ये आम बात होती जा रही है। लेकिन गलत तरीक से किया गया अबॉर्शन कितना खतरनाक हो सकता है। एक लड़की ने अपने उपर गुजरी आपबीती को बताया है।
रिलेशनशिप डेस्क. युवा इन दिनों अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से जीने वाले चलन में आगे बढ़ते जा रहे हैं। वो विदेशी कल्चर को फॉलो कर रहे हैं। भारत में शादी से पहले रिश्ता बनाना पाप माना जाता है, लेकिन युवा इससे अब आगे निकल चुके हैं। महानगरों में तो कम उम्र के लड़के-लड़कियां प्यार में पड़कर शारीरिक संबंध बनाने लगे हैं। जिसकी वजह से अनचाही प्रेग्नेंसी के भी शिकार हो रहे हैं। मुंबई की रहने वाली एक लड़की ने प्रेग्नेंसी से अबॉर्शन तक की कहानी शेयर की है। आइए जानते हैं उसकी कहानी।
ब्रेकअप के बाद भी फीजिकल रिलेशन का था 'रिश्ता'
22 साल की लता (बदला हुआ नाम) ने बताया कि दो साल पहले ब्वॉयफ्रेंड से ब्रेकअप हो गया था। लेकिन शारीरिक संबंध कायम थे। इस दौरान उसने एक कंपनी में इंटर्नशिप शुरू की थी। वो नई नौकरी और लाइफ से खुश थी। लता बताती हैं कि इस दौरान मेरा वजन बढ़ा हुआ महसूस हुआ और पीरियड्स भी 10 दिन लेट थे। जिसके बाद मैंने प्रेग्नेंसी टेस्ट किया। प्रेग्नेंसी टेस्ट किट में दो लाइंस आई। लेकिन मुझे यकीन था का मैं प्रेग्नेंट नहीं हूं। मैंने कुछ दिनों का इंतजार किया, क्योंकि पीरियड्स लेट होना आम बात है ये सोचते हुए। चार दिन बाद तक मैंने इंतजार किया और अपने जन्मदिन के दिन फिर से टेस्ट किया और पाया कि मैं प्रेग्नेंट हूं।
अबॉर्शन पिल से असहनीय दर्द का करना पड़ा सामना
लता ने आगे बताया कि टेस्ट रिजल्ट को देखकर मैं सो गई। काम पर जाने से पहले वो डॉक्टर के पास गई और ब्लड टेस्ट कराया। इसके बाद अल्ट्रासाउंड करवाया। इससे पूरी तरह कन्फर्म हो गया था कि वो प्रेग्नेंट है। मेरी प्रेग्नेंसी को 6 से 7 वीक गुजर चुका था। इसके बाद लता ने बिना किसी को बताए अबॉर्शन पिल खा ली। जिसके बाद उसे असहनीय दर्द का सामना करना पड़ा। लता बताती है कि इतना दर्द हो रहा था जैसे मुझे लग रहा था कि अंदर से कोई मुझे चीर रहा है। ऐसा दर्द जिसका एहसास मुझे कभी नहीं हुआ था।
एक्स ब्वॉयफ्रेंड के साथ शेयर की ट्रीटमेंट का खर्च
लता की कहानी अभी यहीं खत्म नहीं होती। वो आगे बताती है कि दवा लेने के बाद फिर से अल्ट्रासाउंड कराया।जिसमें पता चला कि अबॉर्शन पूरी तरह नहीं हुआ है। पेट में टिशू बचे हुए थे। ऐसे में वैक्यूम प्रोसीजर की मदद लेनी पड़ी। प्रेग्नेंट होने से लेकर दवा खाने तक लता ने ये बात अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड को भी नहीं बताई थी। लेकिन वैक्यूम प्रोसीजर महंगा होने की वजह से उसे यह बात अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड से शेयर करनी पड़ी। जिसके बाद उसके एक्स ने कहा कि जो भी खर्चा होगा उसे बराबर बराबर बांट लेंगे।
ऐसा करने पर मुझे कोई गिल्ट नहीं
लता ने बताया कि प्रेग्नेंसी लेकर अबॉर्शन कराने के दौरान तक मुझे कुछ महसूस नहीं हुआ। मैं पूरी तरह शांत थी। ये सोचती थी कि ये आम बात है। लेकिन एक मूमेंट ऐसा आया जब मैं अपनी सोनोग्राफी के दौरान बच्चे की हार्ट बीट सुनी। कुछ सेकेंड्स तक मुझे भले लगा कि ये क्या असली में हो रहा है। इसके बाद मैं नॉर्मल हो गई। वो वैसी स्थिति नहीं हैं जैसी फिल्मों और सीरियल्स में दिखाई जाती है। मुझे ये सब एक छोटी गलती महसूस हो रही थी और इसे मैं कोई बड़ी बात नहीं मान रही थी। प्रेग्नेंसी के शुरुआत से मैं क्लीयर थी कि मुझे क्या करना है।
अबॉर्शन पिल की वजह से स्किन पर पड़ा असर
हालांकि ऑबर्शन पिल लेने की वजह से लता का स्किन खराब हो गया। लता बताती हैं कि पूरे सफर में जो सबसे खराब बात मेरे साथ हुई वो स्किन का खराब होना है। चार से पांच महीने इस बात को हो गए लेकिन स्किन अभी तक पहले जैसा नहीं हुआ है। मैं इसके लिए स्किन डॉक्टर के संपर्क में हूं। लता चाहती हैं कि अबॉर्शन के लिए कोई ऐसी दवा बने जो 100 प्रतिशत कारगर हो।
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